कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
जम्मू कश्मीर में 8 साल की मासूम बच्ची आसिफ़ा के साथ राक्षसी प्रवृत्ति के कुछ लोगों ने दुष्कर्म किया। जनवरी में हुए इस घटना ने 2 महीने बाद देश में एक राजनीतिक और धार्मिक मोड़ ले लिया है। दुष्कर्म एक जघन्य कृत्य है, यह महापाप चाहे किसी के साथ हो सजा एक समान होनी चाहिए। ना ही दुष्कर्म करने वाले की कोई जाति होती है और ना ही पीड़िता की कोई जाति होती है।
इसी घटना का फायदा उठाकर कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं तो वहीं कुछ लोग देश की छवि बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म, मंदिरों और उनके देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणियां की जा रही है। लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि जिस प्रकार आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता उसी प्रकार ऐसे जघन्य कृत्य करने वालों का भी कोई धर्म नहीं होता। कुछ लोग एयरपोर्ट पर ऐसे टीशर्ट पहन कर घूम रहे हैं जिसमें लिखा है की अपनी औरतों को भारत ना भेजें नहीं तो यह लोग( एक धर्म विशेष के लोग) उनका दुष्कर्म कर लेंगे ।सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें जो हो रही है वायरल :-
1. इस तस्वीर में कुछ लोग श्री राम की जय जयकार कर रहे हैं उन्हें अपमानित करने का प्रयास किया गया है। क्या यह हमारे समाज के सौहार्द के लिए सही है ! अगर राजनीतिक रोटियां सेकना बंद करें और धार्मिक उन्माद फैलाना बंद कर दें तो निश्चित तौर पर आसिफा को न्याय मिल जाएगा।
2. दूसरी तस्वीर में भी यही बात दिखाने की कोशिश की गई है। सनातन धर्मियों को अपमानित करने का यह प्रयत्न निश्चित तौर पर सही नहीं है। हमारा समाज विविधतापूर्ण है इसलिए धार्मिक उन्माद फैलाने की जगह आसिफा और उस जैसे अन्य पीड़ितों के लिए न्याय की कोशिश करनी चाहिए।
3. इस तस्वीर को देखकर आप समझ ही गए होंगे कि राम मंदिर के मुद्दे को इसमें शामिल करने की कोशिश की गई है। आपको यह बता दे क्या धार्मिक उन्माद भी राजनीतिक से प्रेरित है। वरना भारत में हर समुदाय के लोग शांति से रहना चाहता है। हिंदू ,मुस्लिम, सिख, इसाई जैन बौद्ध आपस में सभी एक दूसरे की इज्जत करते हैं। यह कुछ कट्टरपंथी का काम है इसके लिए सभी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
4. आसिफा के साथ हुए इस घटना के बाद और इससे पहले भी ऐसे बहुत सारे
घटना हुए हैं। जहां मुंबई में एक मदरसे में 7 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ और फिर उसके हाथ काट दिए गए। बिहार में एक मौलवी ने 8 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और उसे मार दिया। 14 अप्रैल 2018 को उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे पर गौतम बुद्ध नगर निवासी सलमान और सज्जाद ने एक लड़की को लिफ्ट देने के बहाने उसका दुष्कर्म किया। इन सभी घटनाओं का राजनीतिकरण नहीं हुआ इसलिए सुर्खियां नहीं बनी। यहां हमारा मकसद बस यह बताना है कि हर दुष्कर्मी राक्षस होता है उसका कोई धर्म नहीं होता। उसे मृत्यु से भी बुरी सजा मिलनी चाहिए। ऐसे में किसी एक धर्म पर, उसके मानने वालों पर और देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना सही नहीं है।



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