कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क इलाहाबाद।
भारत भाग्य विधाता अभियान चलाकर विगत दिनों जिला प्रशासन - उत्तर प्रदेश सरकार पर यह दबाव बनाया गया कि प्रयाग के आदि पुरुष महर्षि भारद्वाज की विशाल प्रतिमा यहां लगाई जाय.. मजे की बात है प्रयाग में कई बड़े धर्माचार्य हैं कई ब्राह्मणों के नेता है, कई अपने को धर्माचार्य बताते हैं लेकिन किसी ने इस सामाजिक अस्मिता के सवाल पर आगे बढ़कर कुछ नहीं किया, सिवा कुछ लोगों को छोड़कर।
आमदनी के लिए तरह तरह का भेष रखकर 'कुछ लोग' अपनी दुकान चलाते हैं लेकिन जनसामान्य की अस्मिता के सवाल पर पीछे रहते हैं.. वक्त बदल गया है अब आम लोग भी रगे साधु व प्रवचन कर्ताओं को समझ गए हैं कि इन्होंने सिर्फ धर्म की चादर ओढ़ रखी है । आमदनी के लिए कुछ साधु-संतों को छोड़कर ब्रह्म समाज के लोग जागरुक हो रहे हैं । अपनी आवश्यकताओं के लिए अब भी जग जाइए और सिर्फ अपनी दुकान ही ना चलाएं । सामाजिक कार्यों में अपना अंशदान करें।
प्रस्ताव तैयार हो गया है जल्द ही इस पर कार्य होगा और महर्षि भारद्वाज की विशाल प्रतिमा भारत भाग्य विधाता प्रयाग के मूल पुरुष की प्रतिमा लगेगी।आज जो ब्रह्म समाज पर लोग आक्षेप कर रहे हैं उंगलियां उठा रहे हैं वह इसलिए क्योंकि हमने अपने महापुरुषों को कभी महिमामंडित ही नहीं किया और यह कमी हमारे उन अगुआ लोगों की है जो अगवा बनने का दावा करते हैं
