शाहजहांपुर में एआरएम की सह पर स्टेशन इंचार्ज चालकों परिचालकों से कर रहे अबैध बसूली


-सुशील त्रिवेदी पर भृष्टाचार व सरकार की छवि धूमिल करने के आरोप की जिलाध्यक्ष ने भी लिखित शिकायत की थी
-स्टेशन इंचार्ज बसों की बोली लगाकर करते है एलॉट

शाहजहांपुर। परिवहन निगम बस स्टेशन के क्षेत्रीय प्रबंधक की सह पर बरिष्ठ लिपिक (प्रभारी स्टेशन इंचार्ज) द्वारा कमर्चारियों से सुविधा शुल्क के नाम पर अबैध बसूली की जा रही है। नाम न छापने पर बसों के परिचालकों व चालकों ने बताया कि लो फैक्टर के नाम पर 1 हजार से लेकर 2 हजार रुपया प्रति महीना बसूला जाता है। और स्टेशन इंचार्ज दिल्ली रुट की बसों को एलॉट करने के लिए बोली लगवाते है। जो ज्यादा पैसा देता है उसको दिल्ली रुट की बस एलॉट कर दी जाती है। बोली 5 हजार रुपये से कम नही लगाई जाती है। उसके बाद हर मार 2 हजार रुपया देना पड़ता है। न देने की स्थिति में गाड़ी से हटाकर अन्य रुट पर लगा दिया जाता है। तथा गाड़ी की जगह जगह टीआई गौरव त्रिवेदी से चैकिंग कराकर प्रताड़ित किया जाता है। परिचालक ने बताया कि अबैध बसूली का काम स्टेशन इंचार्ज सुशील त्रिवेदी तथा टीआई गौरव त्रिवेदी की मिलीभगत से चल रहा है। संरक्षण एआरएम दे रहे है। तथा संविदा पर तैनात परिचालकों को बिना सुविधा शुल्क के डियूटी नही दी जाती है। इससे पूर्व में स्टेशन इंचार्ज पर भृष्टाचार के आरोप लगते रहे है। सपा शासन में सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां ने 30 सितंबर 2014 को अबैध बसूली,भृष्टाचार में लिप्त तथा सरकार की छवि धूमिल करने के कारण उनके स्थानान्तरण की मांग की थी। इसके अतिरिक्त डिपो के समस्त कर्मचारियों ने स्टेशन प्रभारी द्वारा प्रताड़ित करने को लेकर क्षेत्रीय प्रबंधक को लिखित में शिकायत करते हुए बताया था कि वरिष्ठ लिपिक सुशील त्रिवेदी कार्यवाहक केंद्र प्रभारी चालकों व परिचालकों से सुविधा शुल्क लेने के नाम पर अबैध बसूली कर रहे है। तथा सहारा क्रेडिट कोआपरेटिव सोसाइटी ली. में सदस्यता लेने का दबाब बनाया जा रहा है। क्यों कि स्टेशन प्रभारी ने सहारा कॉपरेटिव में पत्नी लाली त्रिवेदी के नाम पर एजेंसी ले रखी है। जिसका एजेंट अपनी पत्नी को बना दिया है। अपने पद का दुरुप्रयोग करके कर्मचारियों पर दबाब बनाकर अपनी पत्नी को आर्थिक लाभ पहुंचा रहे है।

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