आचार्य कुश मुनि स्वरूप, कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
कल इलाहाबाद के फूलपुर संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह पटेल को जीत क्या हासिल हुयी सपाई मर्यादा की लक्ष्मण रेखा ही लाँघ गये ।विजय उन्माद में मत्त सपाइयों ने नारा लगाया मिले मुलायम कांशीराम ,हवा में उड गये जय श्री राम।मैं सपाई हिन्दुओं से जानना चाहता हूँ क्या आप भगवान राम कोअपना आराध्य अपना पुरखा नही मानते ?क्या आप की रगो में अपने पुरखों का खून नही है ?क्या आप के पुरखे हिन्दू नही थे ? जिस हिन्दू की रग में अपने पुरखों का खून दौड रहा है वह कभी भी भगवान श्री राम को हवा में नही उडा सकता ।भगवान राम केवल भारतीय जनता पार्टी के नही बल्कि पूरे हिन्दू समाज के आराध्य हैं। भगवान श्री राम का अपमान हिन्दू समाज के लिये असहनीय है । जनता जनार्दन ने समाजवादी पार्टी की झोली में उत्तर लोकसभा उपचुनाव में लोकसभा की दो सीट क्या दे दी भीख में समाजवादी पार्टी को तो सपा के कार्यकर्ता अपनी संस्कृति और अपने धर्म को ही अपमानित करने लगे। क्या अब सपाई अपने घरों मे बुआ और ब उआ की तस्वीर लगा कर उनकी पूजा करेगें।और अब अपने घरों मे किसी के मरने पर शवयात्रा में बुआ ब उआ सत्य हैं राम नाम असत्य है का नारा लगायेगें। हाँ एक बात मैं जोर दे कर कहता हूँ कि लोकतंत्र में हर राजनीतिक पार्टी भिखारी है ।चाहे वह भाजपा हो बसपा हो या सपा हो।दाता जनता जनार्दन है ।जब भी कोई राजनीतिक दल जनता जनार्दन की अपेक्षा पर खरा नही उतरेगा जनता उसे जमीन पर ला देगी । लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की हार हुयी है ।भाजपा नेतृत्व को यह बात ईमानदारी से स्वीकार कर के हार के कारणों का मंथन करना चाहिये ।और भाजपा नेतृत्व को चाहिये कि हार के कारणों का ईमानदारी से सर्वेक्षण कर एक रिपोर्ट प्रकाशित करना चाहिये।भाजपा नेतृत्व को चाहिये उपचुनाव में किन कारणों से भाजपा की हार हुयी है इस विषय पर कार्यकर्ताओं के विचार आमंत्रित करे।
क्योंकि यह उपचुनाव परिणाम खतरे की घंटी है।इलाहाबाद में फूलपुर उपचुनाव में फूलपुर संसदीय क्षेत्र मे विधायक के रूप में मात्र श्री सिद्धार्थनाथ सिंह अपनी साख बचाने में सफल हुये। लेकिन फूलपुर, फाफाम ऊ और सोराँव विधान सभा क्षेत्र में सपा को जो बढत मिली है उस पर भाजपा नेतृत्व को विचार कर ठोस निर्णय लेना होगा ।शहर उत्तरी का मतदाता वोट डालने अपने घर से नही निकला इसका कारण भी जानना होगा ।इसमे कोई संदेह नही कि शहर उत्तरी के भाजपा विधायक हर्ष बाजपेयी ने मेहनत की है।शहर उत्तरी में सपा को उतनी बढत नही मिली जितनी अन्य विधानसभाओ मे मिली है।पर चुनाव मे हारजीत तो लगी रहती है ।आज हम हारे हैं तो कल जीतेगें।भगवान श्री कृष्ण को भी जरासंध के कारण मथुरा छोंड कर द्वारका जाना पडा तभी उनका एक नाम रणछोंड भी पडा पर बाद में भगवान श्री कृष्ण ने जरासंध का क्या हाल किया यह दुनिया जानती है।इसलिए इस हार से भाजपा कार्यकर्ता न निराश हों।
