लेख- मंगला तिवारी/इलाहाबाद।
आज गणतंत्र दिवस पर मैं अपने विचार रखना चाहता हूं, दरअसल हम अक्सर ये देखते हैं कि गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, आदि पर पड़ोसी देश पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी हमले की कोशिसें की जाती है। पाकिस्तान का नाम मैंने सिर्फ इसलिए लिया कि इसके कई उदाहरण भी हैं हमारे बीच में और हर बार पाकिस्तान ही क्युं ? जबकि हमें यह पता है कि पाकिस्तान हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है फिर भी हम यानि के भारत यह चाहता है कि एक पड़ोसी देश होने के नाते हमारे सम्बंध उनसे बेहतर हों, पर उसे दोस्त और रिश्तेदार बनाने की कवायद क्युं ?
हम देखते हैं कि भारत में रहने वाले कुछ मुस्लिमों ने या अपने बेटे या फिर बेटी की शादी पाकिस्तान के करांची लाहौर या फिर पाकिस्तान के अन्य प्रदेश, शहरों में कर रखी हैं। जिससे पाकिस्तानियों को भारत आने के लिए न सिर्फ सरलता से वीजा मिल जाता है बल्कि यहां आकर की दिनों, महीनों तक आकर रहने की छूट भी।
जी हां, आप सही समझ रहे हैं, मैं किसी वर्ग विशेष या फिर समुदाय पर उंगली नहीं उठा रहा, न तो मैं कट्टरवादी हूं, और न तो हमें अपने भारतीय मुस्लिमों पर कोई शक या फिर संदेह है पर पाकिस्तानियों पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं यह एकदम साफ है। बल्कि स्पष्ट शब्दों में यह कहना चाहता हूं कि यदि आप भारत में रहते हैं तो यहां मुस्लिमों की कमी नहीं है।भारत में भी एक से बढ़कर एक रईस व पढ़े लिखे मुस्लिमों की भरमार है फिर भारत की सुरक्षा के साथ ये खिलवाड़ क्युं ? इल बात की गारंटी क्या है कि आपका पाकिस्तानी रिश्तेदार भारत में आकर सिर्फ रिश्तेदारी ही निभा रहा है ? उसके सम्पर्क ISIS से नहीं ? उसके सम्बंध आतंकी संगठनों से नहीं ? अब मुझे सानिया मिर्जा और बालीवुड सेलिब्रीटीज का हवाला न दें प्लीज। मेरे ख्याल से सरकार को इसपर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा देना चाहिए।
