आदर्श त्रिपाठी।
भदोही जिले में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत उच्चीकृत किए गए 32 राजकीय हाईस्कूलों में फर्नीचर व लैब सामग्री आपूर्ति के लिए आपूर्तिकर्ता संस्थाओं को पूल कराकर टेण्डर देने व संस्थाओं की ओर से आपूर्ति में की गयी अनियमितता की जांच विगत 02 सालों से जिलाधिकारी भदोही के द्वारा तीन सदस्यीय कमेटी के द्वारा चौथी बार करायी गयी। अधिवक्ता आदर्श त्रिपाठी ने उक्त प्रकरण में कई पत्रक सौपकर कहाँ कि राजकीय हाईस्कूलों में वर्ष 2016-17 में फर्नीचर व लैब सामग्री आपूर्ति के लिए चयनित संस्थाओं के चयन में जहाँ नियमों की अनदेखी की गयी है। चिह्नित तीन ही संस्थाओं का आपस पूल कराकर टेण्डर देने दिया गया है। सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी में एक ही संस्था के द्वारा अलग-अलग विद्यालयों में एक ही सामग्री की आपूर्ति के लिए अलग-अलग दिखाएँ गए। इतना ही नही अनियमित व नियम विरुद्ध तरीके से संस्थाओं को भुगतान किया गया हैं। जबकि वाणिज्यकर विभाग भदोही उपलब्ध करायी गयी जानकारी में फार्म-24 के तहत द्वारा एक संस्था सेकेण्ड व थर्ड क्वार्टर में किसी भी प्रकार की खरीद व बिक्री को शून्य दिखाया गया है । इसके साथ ही साथ अधिवक्ता आदर्श त्रिपाठी के द्वारा यह भी आरोप लगाया गया था कि उक्त संस्थाओं द्वारा सामग्री की समय से आपूर्ति नहीं की गयी । जिलाधिकारी भदोही के द्वारा उक्त दो वर्ष से जिला विकास अधिकारी जयकेश तिवारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी धमेन्द्रपति त्रिपाठी व उपायुक्त वाणिज्यकर अधिकारी पंकज कुमार राय के द्वारा दो वर्ष से चौथी बार जाॅच को अन्तरिम रूप प्रदान करते हुए व प्रार्थी के द्वारा लगाये गये सारे आरोपों को निराधार बतलाने के साथ साथ स्वतः शिकायतकर्ता अधिवक्ता आदर्श त्रिपाठी के ही ऊपर यह आरोप लगाया गया कि शिकायतकर्ता के द्वारा एक ही विषय पर अनावश्यक रूप से शिकायत की जा रही है जबकि उक्त प्रकरण की जांच कुल 04 बार जांच की जा चूँकी हैं और सभी बिन्दुओ पर स्पष्ट आख्या दिये जाने के बाद भी आख्या का संज्ञान ना करके अनावश्यक परेशान करने की नीयत से शिकायत की जा रही है। उक्त कारण श्रम व सामग्री का अनावश्यक अपव्यय एवं शासकीय कार्य में व्यवधान भी हो रहा हैं। उक्त तथ्यों का भी संज्ञान लेने का कष्ट करें । कैग ने उक्त प्रकरण में शासन से आवंटित 2 करोड़ 2 लाख में से 1 करोड़ 75 लाख 31 हजार रूपये का अपव्यय दिखाते हुए हमारे द्वारा जनपद में किये गये शिकायती पत्र पर जिले के आलाधिकारीयो के द्वारा उक्त प्रकरण में दिये गये क्लीन चीट की भी पोल खोल दी है । आखिर कब सुधरेंगें देश के जिम्मेदार अधिकारीl
