सानू सिंह चौहान कवरेज इंडिया।
खुटार (शाहजहाँपुर) एक माह बीत जाने के बाद भी पुलिस ने मौला देवी की हत्या का मुकदमा दर्ज नही किया ज्ञात हो बीते 10 अक्टूबर 2016 को गांव जसबन्तनगर निवासी मिठ्ठुलाल की पत्नी मौला देवी पड़ोस के गाँव रामपुर खुर्द सुन्दरलाल के यहाँ रूपये देने आई थी 14 अक्टूबर 2016 को मौला देवी का शव रामपुर खुर्द निवासी खेमनलाल के गन्ने के खेत में मिला पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को शव बिच्छेदन गृह भेज दिया 19 अक्टूबर 2016 को मौला देवी की पुत्र वधु शान्ति देवी ने सुन्दर लाल व उसके अज्ञात साथियो के विरुद्ध तहरीर दी पुलिस उसी रात सुन्दर लाल को पकड़ लाई पुलिस ने थाने में सुन्दर लाल को एक हफ्ते तक बैठाये रखा उसके बाद उससे सुविधा शुल्क लेकर उसे छोड़ दिया उसी रात सुन्दर लाल अपने पूरे परिवार के साथ गाँव से पलायन कर गया सुन्दर लाल को छोड़ने के बाद पुलिस ने गाँव जसबन्त नगर से एक सिख फार्मर को पकड़ लाई दो घण्टे तक उस सिख फार्मर से पूछताछ एक बन्द कमरे में हुई उसके बाद उससे एक मोटी रकम लेकर छोड़ दिया जब इसकी जानकारी मौला देवी के परिजनों को हुई तो थाने बात करनी चाही लेकिन उनकी बात कोई सुनने तैयार नही जब उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग की तो शान्ति देवी से कि दरोगा जी है नही रिपोर्ट दरोगा जी के पास है तब से मौला देवी के परिजन रोज थाने के चक्कर लगा रहे है पुलिस मौला देवी के परिजनों को न पी एम रिपोर्ट दे रही है और न ही शान्ति देवी पत्नी लक्ष्मन के द्वारा शक के आधार पर 19 अक्टूबर 2016 को दी गई तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर रही है पूरा गाँव पुलिस की इस रवैये से परेशान है उधर ग्रामीणों का कहना है मौला देवी की हत्या की गुलझी न सुलझने से गाँव औरतो बच्चों ने घर से बाहर जाना बन्द कर यदि इस हत्या काण्ड खुलासा हो जाता तो असली कातिल सामने आ जाते पुलिस शायद किसी बड़ी घटना के इन्तजार में है