रेप, हत्या और जानलेवा हमले जैसे मामले दर्ज करने में पुलिस कर रही टालमटोल


भोपाल। राजधानी पुलिस गंभीर अपराध को सुलझाने से बचने के लिए पुराने पैंतरे 'सीमा विवाद' का सहारा ले रही है। वह रेप, हत्या और जानलेवा हमला जैसे मामले दर्ज करने से पहले उसे दूसरे थाने का बताकर पल्ला झाड़ रही है। पुलिस की यह टालमटोली गैंगरेप पीड़िता के मामले में भी सामने आई है।

इसकी वजह से पीड़ित छात्रा आरोपियों की शिकायत करने के लिए एमपी नगर से हबीबगंज थाने के बीच भटकती रही। मदद करने के बजाय उसे जीआरपी थाने जाने के लिए कहा गया। ऐसा तब हुआ जबकि पीड़िता के अभिभावक स्वयं पुलिसकर्मी हैं। सोचिए आम जन के साथ क्या होता होगा। इधर डीजीपी ऋषि कु मार शुक्ला से लेकर भोपाल डीआईजी संतोष कुमार सिंह के निर्देश हैं कि पीड़ित महिला की शिकायत पर पहले एफआईआर दर्ज की जाए, उसके बाद बाकी कार्रवाई हो, लेकिन थाने इसे मानते नहीं।

पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने में लापरवाही बरतने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले एक युवक को चाकू मारने की घटना में शाहजहांनाबाद और टीलाजमालपुरा थानों में सीमा विवाद हो चुका है। तीन माह पहले एक युवक पर जेबकट ने धारदार हथियार से हमला कर दिया था। खून से लथपथ पीड़ित टीलाजमालपुरा और शाहजहांनाबाद थाने के चक्कर लगाता रहा था। आखिर में आला पुलिस अफसरों के दखल के बाद टीलाजमालपुरा में दर्ज की गई थी। लापरवाह पुलिसकर्मी के खिलाफ आला अफसरों ने लाइन अटैच के निर्देश दिए।

2015 में अयोध्या नगर थाना क्षेत्र में इसरो के पीछे फार्म हाउस में चौकीदार फूल सिंह की हत्या कर दी गई थी। मामले को एक-दूसरे पर थोपने के लिए छोला थाना, सूखीसेवनिया और अयोध्या नगर पुलिस आपस में उलझ गईं थी। आला अफसरों के मौके पर पहुंचने के बाद अयोध्या नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। हालांकि आरोपियों का पता नहीं चल पाया है।

जिम्मेदारी से बचने उलझी थी कोलार और मिसरोद पुलिस
2017 में हिनौतिया आलम में केदार सिंह लोवंशी के घर में घुसकर दर्जनभर बदमाशों ने डकैती डाली थी। आरोपी घर से दो लाख का सामान लेकर गए थे। मामला एक-दूसरे के थाना क्षेत्र का बताने को लेकर मिसरोद और कोलार पुलिस में विवाद हुआ था। आखिर में मिसरोद पुलिस में एफआईआर दर्ज की गई। हालांकि आरोपियों को पता नहीं चल सका है।
लापरवाह पर होगी कार्रवाई


नियमानुसार शिकायत पर तत्काल कार्रवाई होना चाहिए। इसमें लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। महिला संबंधी अपराधों में स्पष्ट है कि तत्काल कार्रवाई कर एफआईआर करें।
संतोष कुमार सिंह, डीआईजी

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