कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
महिला के जीवन में गर्भवती होना एक खास भूमिका निभाता है। अपनी लाख कोशिशे करने के बावजूद भी कहीं महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हो पाती हैं, जिसके पीछे बहुत सारे कारण भी हो सकते हैं। जैसे कि आप में किसी चीज की कमी या आपके पार्टनर में कमी हो, ऐसे में आप किसी चिकित्सक की सलाह भी ले सकते हैं, लेकिन सामान्यतः जो कारण होते हैं, वह हम आपको बताने जा रहे हैं।
आपको बता दें कि पीरियड्स दो प्रकार से आते हैं-
टाइम टू टाइम पीरियड्स आना
काफी टाइम के बाद पीरियड्स आना
महिला को टाइम टू टाइम पीरियड आता है, तो उसे गर्भवती होने में ज्यादा समस्या नहीं आती है, लेकिन जब किसी महिला का पीरियड्स काफी समय के बाद आते हैं, तो उस महिला को प्रेग्नेंट होने में काफी समय लग सकता है अथवा यह भी हो सकता है कि वह महिला गर्भवती ही ना हो। इसके पीछे बहुत सारे कारण हो सकते हैं। एक रिसर्च में पता चला है कि जो महिलाएं स्ट्रेस, डिप्रेशन, भारी भरकम वजन वाले काम करना, गलत तरीके से किया गया व्यायाम और भार उठाना इत्यादि कारणों से महिलाएं गर्भवती नहीं हो पाती है।
महिला के गर्भवती होने का सही समय
जैसा की आप सभी जानते ही हैं कि एक हाथ से कभी भी ताली नहीं बजती है, ठीक उसी प्रकार महिला के गर्भवती होने के लिए महिला तथा पुरुष दोनों का ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसके लिए महिला तथा पुरुष को मानसिक रूप से तैयार होना पड़ता है। अगर आपको कोई समस्या होती है, तो आप चिकित्सक की सलाह भी ले सकते हैं। आपको यह तो पता ही होगा कि महिला के पीरियड्स आने का समयचक्र 28 से 32 दिन का होता है।
ऐसे में पीरियड के बीच में ovulation क्रिएट होता है। ovulation में आपके ovary में से अंडा निकलता है, जो 24 घंटे तक रहता है। ऐसे में आप पीरियड्स के दौरान 2 दिन पहले ही अपनी कोशिश जारी कर सकते है, जिससे गर्भधारण की आशंका बढ़ जाएगी। पीरियड्स चले जाने के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट चेक नहीं करना चाहिए क्योंकि गर्भधारण में थोड़ा समय लगता है। इसलिए कुछ दिनों के बाद ही प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए, तब तक स्पर्म ovary में अंडे तक पहुंच जाता है।
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