सुधीर गुप्ता। कवरेज इण्डिया न्यूज़ शाहजहाँपुर।
प्राईवेट कर्मी के पास सरकारी दस्तावेज पाए जाने के मामले में वकीलों की ओर से आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराए जाने को जारी प्रयाशों पर प्रशासन ने पानी फेर दिया है।गुरुवार देर शाम इस मामले में वकीलों की ओर से दी गई तहरीर पर पुलिस ने मात्र एन सी आर दर्ज की जबकि लेखपाल की तहरीर पर पुलिस ने दी वकीलों के खिलाफ सरकारी कार्य मे बाधा समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली।पुलिस की इस पक्षपात पूर्ण कार्यवाही को लेकर वकीलों में रोष फैल गया है।इसे देखते हुए प्रशासन ने कई थानों की पुलिस को तहसील पर तैनात करवा दिया।अब इस मामले में प्रशासन तथा वकीलों के बीच टकराव के हालात बन गए है।
विदित हो कि तहसील पर तैनात लेखपाल इकबाल हुसैन द्वारा रखे गए गैर सरकारी अर्दली को बीते 29 अगस्त को एक बादकारी से रिश्वत लेते सरकारी कागजों समेत वकीलों ने पकड़ लिया था।अर्दली के पास सरकारी कागज होने तथा खुलेआम रिश्वत लेने से नाराज वकील एस डी एम व सी ओ से मिलने के बाद लेखपाल व उसके अर्दली के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग कर रहे थे।घटना के तीन दिन बाद वकील सुभाष चंद्र मिश्रा की तरफ से पुलिस ने लेखपाल के खिलाफ मामूली धाराओं में एन सी आर दर्ज कर ली ।साथ ही देर रात प्रशासन के इशारे पर लेखपाल द्वारा दी गई तहरीर पर पुलिस ने अधिवक्ता सुभाष चंद्र मिश्रा व विपिन मैथिल के खिलाफ सरकारी कार्य मे बाधा सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकद्दमा दर्ज कर लिया।इस रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि लेखपाल का बस्ता खो जाने के बाद अधिवक्ताओं ने उसके खिलाफ षणयंत्र बनाते हुए एक व्यक्ति के पास होना दिखाकर सरकारी कार्य मे बाधा डालने की कोशिश की साथ ही नजरी नक्शा सहित कई सरकारी दस्तावेज गायब कर दिए।प्रशासन के पक्षपात रवैये से वकीलो में रोष फैल गया जिसे देखते हुए प्रशासन के भी हाँथ पाँव फूल गए और एतिहात के तौर पर कलान मिर्जापुर अल्हागंज पुलिस बल को बुलवाकर तहसील परिसर में तैनात कर दिया गया है ।
