इलाहाबाद। कविता में व्यक्त किये गये भावों को देखे न कि व्याकरण को - केशरी नाथ त्रिपाठी


इलाहाबाद।मा. राज्यपाल पश्चिम बंगाल एवं बिहार  केशरी नाथ त्रिपाठी ने आज अपने इलाहाबाद भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत साहित्यक सांस्कृतिक और सामाजिक संस्था त्रिवेणी सहाय स्मृति संस्थान के तत्वाधान में कवियित्री शैलतनया श्रीवास्तव के काव्य संग्रह चलते चलते एवं सिया राम मय सब जग जानि पुस्तक का विमोचन किया। मा. राज्यपाल ने दीप प्रज्जवलित कर इस विमोचन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।


मुख्य अतिथि के रूप में मा. राज्यपाल ने काव्य संग्रह की प्रशंसा करते हुए कहा कि कविता में कवि के द्वारा अपने भावों को व्यक्त किया जाता है इसमें व्याकरण की अशुद्धियों को नही देखा जाना चाहिए। उन्होंने चलते चलते काव्य संग्रह की बहुत सी पक्तियों का उल्लेख करते हुए उसके भीतर छिपे कवियित्री की भावना को उपस्थित लोगों को बताया।


कवियित्री शैलतनया ने मा. राज्यपाल को प्रतीक चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व कुलपति के.जी. श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि जितेन्द्र नाथ सिंह, प्रोफेसर निर्मला अग्रवाल ने भी कवियित्री को उनके काव्य संग्रह की बधाई देते हुए उन्हें भविष्य में और भी इस तरह की रचनाओं को काव्य संग्रह के रूप प्रकाशित करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में कल्पना सहाय, डा. प्रदीप, रेनू राज सिंह, डॉ बाल कृष्ण पाण्डेय, के.के श्रीवास्तव सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। 

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