
रिपोर्ट। राजू मिश्रा
शाहजहांपुर। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रो में नियम और कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। दुकानों और होटलों पर कर्मशियल गैस सिलेंडर की जगह घरेलू सिलेंडरों का प्रयाग किया जा रहा हैं, वहीं प्रशासन इस ओर बेसुध बना बैठा है। होटलो में घरेलू गैस का प्रयोग होने के कारण उपभोक्तओं को समय पर सिलेंडर देने में एजंसी मालिक आना कानी करते रहते हैं।नियमानुसार होटल और दुकानों पर सिर्फ कामर्सियल(बड़े) सिलेंडरों का ही प्रयोग किया जाना चाहिए। यदि कोई घरेलू गैस का प्रयाग करते पकड़ा जाये तो उसपर जुर्माना लगाकर कार्यवाही करने तक का प्रावधान है। लेकिन यह नियम सिर्फ कागजी दिखावा है असल मे तो घरेलू गैस का ही प्रयोग हर होटल और दुकानों में होता दिखाई देता है। यहां तक की खुलेआम इसका प्रयोग किया जा रहा है। शहर के तमाम होटल और दुकानों पर घरेलू गैस का प्रयाग किया जाता है।महंगा और कम गैस होती है कामर्सियल सिलेंडर में कामर्सियल गैस सिलेंडर घरेलू गैस सिलेंडर की अपेक्षा महंगा पड़ता है। दरअसल इसमें गैस भी कम मिलती है उसकी रेट में भी फर्क होता है। इसी के चलते होटल स्वामी घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयोग करते हैं।
उपभोक्ताओं को होती है परेशानी
घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयोग घरों में ही किया जाता है, ऐसे में होटल और दुकानों पर भी घरेलू गैस का प्रयोग होने से सिलेंडर की किल्लत होने लगती है और घरेलू उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ती है।
घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयोग घरों में ही किया जाता है, ऐसे में होटल और दुकानों पर भी घरेलू गैस का प्रयोग होने से सिलेंडर की किल्लत होने लगती है और घरेलू उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ती है।
ब्लैक में भी दिया जाता है सिलेंडर
सूत्रों की माने तो कई गैस एजेंसी मालिक अपनी जेब भरने के लिए खुलेआम नियमो की धज्जियां उड़ा रहे हैं। घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयाग होटलो में होने के पीछे एजेंसी मालिको और वेंडरों का बहुत बड़ा रोल होता है। यहां सिलेंडर किसी के नाम से नही बल्कि ज्यादा रेट पर इन्हें ब्लैक कर दिया जाता है।
सूत्रों की माने तो कई गैस एजेंसी मालिक अपनी जेब भरने के लिए खुलेआम नियमो की धज्जियां उड़ा रहे हैं। घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयाग होटलो में होने के पीछे एजेंसी मालिको और वेंडरों का बहुत बड़ा रोल होता है। यहां सिलेंडर किसी के नाम से नही बल्कि ज्यादा रेट पर इन्हें ब्लैक कर दिया जाता है।
कभी नही होती कार्यवाही
होटलो में घरेलू गैस के प्रयोग किये जाने की जानकारी विभाग और प्रशासन के पास भी रहती है लेकिन प्रशासन कभी कोई कार्यवाही तक नही करता है। इसके लिए जिम्मेदार जिला पूर्ति विभाग के लोगो का बड़े होटल वालो से सेटिंग रहती है जिसके कारण वहां कोई हाथ तक डालने नही जाता है। छोटी दुकानों पर यदि कोई पकड़ा जाता है तो उसे आर्थिक समझौते के बाद रिहा कर दिया जाता है।
होटलो में घरेलू गैस के प्रयोग किये जाने की जानकारी विभाग और प्रशासन के पास भी रहती है लेकिन प्रशासन कभी कोई कार्यवाही तक नही करता है। इसके लिए जिम्मेदार जिला पूर्ति विभाग के लोगो का बड़े होटल वालो से सेटिंग रहती है जिसके कारण वहां कोई हाथ तक डालने नही जाता है। छोटी दुकानों पर यदि कोई पकड़ा जाता है तो उसे आर्थिक समझौते के बाद रिहा कर दिया जाता है।