आपका मोबाइल नम्बर बताएगा अब आपका भविष्य


कवरेज इण्डिया विशेष।
मोबाइल नम्बर से भविष्य वाणी करने का वैज्ञानिक आधार है साथ ही इसे हमने प्रमाणित भी किया है,हजारो लोगो के जीवन में मुलभुत परिवर्तन हो रहे है ,बस उसके लिए आपकी प्राथमिकता तय होनी चाहिए,यदि आपकी प्राथमिकता तय नही है,तो आप अपना भविष्य सुनहरा नही कर सकते,
कुछ लोगो को कहते आपने सुना होगा की जो भाग्य में होगा वही होगा तो भविष्य दिखाने से ज्योतिषी के पास जाने से क्या होगा?

इस बात पर मैं यही कहूँगा की यदि भाग्य में यही लिखा हो,की इस अमुक ज्योतिषी के पास जाकर यह उपाय करने से आपके भाग्य में परिवर्तन सम्भव है तो,यह कौन बताएगा?
इसलिए अपनी प्राथमिकता तय कीजिये,की हमे पहले क्या करना है,

चलते रहना ही जरुरी नही है सफलता के लिए दिशा देखना भी जरुरी है?
सही नम्बर सही अंक और सही उपाय आपके जीवन की पूरी धरा बदल सकते है।यह प्रायोगिक अनुभव है हमारा,जीवन में निरासा के भाव से कुछ न करो बल्कि सकारात्मक और आनन्द पूर्ण सोच से करो सफलता अवश्य मिलेगी।
आइये जानते है की आपके मोबाइल नम्बर के अंत में कौन सी संख्या क्या परिणाम देगी।

आप को ज्ञात होगा पिछले अंको में हमने 51और 60 अंको पर अपना फलादेश किया था,बहुत दर्शको के ईमेल प्राप्त होते है,किन्तु अक्सर जो नम्बर पर हम बता चुके होते है,उस नम्बर पर वो पूछते है,मैं कहना चाहता हु,की आप को हम लेख के माध्यम से जो बता चुके है,उसके शिवाय कुछ पूछना हो तो आप अपना व्यक्तिगत डिटेल देकर व्यक्तिगत पूछे,यह लेख सामूहिक है।

यदि आपके मोबाइल नम्बर के अंत में 78हो तो
आपका पारिवारिक जीवन तनावपूर्ण होने का संकेत करता है,पति पत्नी के बिच कभी कभी तलाक तक हो जाते है,आप को चन्द्र ग्रहण में नारियल उतारा करना चाहिए,साथ ही शिव उपासना व शुक्रकवच धारण करना चाहिए,और मामले में यह नम्बर शुभ है,कल्पनाओ और अस्थिरता भी यह देता है,ऐसे लोगो के काम में अचानक रुकावट आती है यह50%तक शुभ है।अतः इस नम्बर को बदलना भी उचित होगा।

यदि आपके मोबाइल नम्बर के अंत में 87है तो
यह भी नम्बर आपका 78 जैसा हद तक परिणाम देगा लेकिन इसमें ईस्वर की कृपा ईस्ट का आशीष अदृश्य शक्तियो का सहयोग भी साथ होगा,इसमें शनि कवच और शिव उपासना उत्तम है,ऐसे अंको का भौतिक जीवन में परिणाम उत्तम नही होता अतः इसे परिवर्तन करना शुभ है।

वशिष्ठ जी महराज
guruji09322320055@gmail.com

Post a Comment

Previous Post Next Post