उत्तर प्रदेश में योगीराज में अब लड़कियां-महिलाएं ही नहीं, बकरी तक सुरक्षित नहीं हैं। राज्य के मऊ जिले में एक मौलवी ने बकरी के साथ ही बलात्कार कर डाला। मऊ के सरायलखंसी थाना के बेलचौरा गांव में ये दुष्कर्मी मौलवी 'रईस अहमद' जरी का काम करता था। नशे में धुत होकर ये अपनी हवस बकरी के साथ ही मिटाने लगा। इसकी क्रूरता के कारण बकरी की मौके पर ही मौत हो गई।
आसपास के लोगों ने मौलवी को बकरी के साथ संबंध बनाते हुए देख लिया और उसकी जमकर धुनाई कर दी। आरोपी को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने बकरी स्वामी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर रईस अहमद को जेल भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी रईस अहमद पुत्र असगर अहमद गाजीपुर जिले के जंगीपुर थाने के पहेतियां गांव का निवासी है और उसकी उम्र 45 साल है। आरोपी सरायलखंसी थाना क्षेत्र के सलहाबाद मोड़ पर मौजूद एक कंपनी में लूम चलाता है। बुधवार की शाम को आरोपी नशे में धुत होकर टहलते हुए बेलचौरा गांव की तरफ गया।
बकरी गांव के ही दुर्योधन चौहान की थी। सबसे पहले चौहान की पत्नी ने ही मौलवी को बकरी के साथ ये शर्मनाक हरकत करते देखा। जब तक उसने अपने पति को ये बात बताई तब तक बकरी की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मौलवी के खिलाफ अप्राकृतिक दुष्कर्म की धारा 377 और धारा 429 के तहत मुकदमा कायम किया है।
रईस अहमद शराबी प्रकृति का है। खुद भले ही रईस शराबी और दुष्कर्मी था लेकिन दिखावे के लिए वह रोज नमाज अदा करता था जिस कारण लोग उसे मौलवी साहब के नाम से पुकारते थे। माना जा रहा है कि वह लंबे समय से पशु-मैथुन का आदी था, लेकिन इस बार शराब के नशे में होने के कारण वह पकड़ में आ गया।इस खबर की पुष्ठी कवरेज इण्डिया नहीं करता क्योंकि इसी प्रकार की दूसरी खबर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें एक पंडित (उपाध्याय) को आरोपी बताया जा रहा है।
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