नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दो दिन चली मौद्रिक पॉलिसी समीक्षा बैठक के बाद नीतिगत दरों (रेपो रेट) में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसको 6.25 फीसद के स्तर पर बिना बदलाव बरकरार रखा गया है। वहीं रिवर्स रेपो रेट को भी बिना बदलाव 5.75 फीसद के स्तर पर बरकरार रखा गया है। गौरतलब है कि रेपो रेट वह रेट होती है जिस पर बैंक आरबीआई से कर्ज लेते हैं। वहीं रिवर्स रेपो रेट वह रेट होती है जिस पर आरबीआई बैंकों को जमाओं पर ब्याज देता है।
महंगाई 5 फीसद के नीचे रहने की उम्मीद
केंद्रीय बैंक को जनवरी से मार्च के दौरान खुदरा महंगाई दर 5 फीसद के नीचे रहने की उम्मीद है। वहीं एमपीसी खुदरा महंगाई दर को 4 फीसद के स्तर पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। आरबीआई के मुताबिक कमजोर मांग और बेस इफेक्ट के कारण अप्रैल से जून के दौरान महंगाई दर निचले स्तर पर रही।
ब्याज दरें न घटने से शेयर बाजार नाखुश
आरबीआई पॉलिसी में नीतिगत दरों में कोई बदलाव न होने के बाद शेयर बाजार में एकाएक गिरावट देखने को मिली। सुबह से एक दायरे में कारोबार कर रहा सेंसेक्स पॉलिसी के बाद एकाएक 150 अंक टूट गया। लेकिन इसके बाद निचले स्तर से कुछ खरीदारी देखने को मिली।
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