हेल्थ डेस्क: अब होम्योपैथ द्वारा GOUT होगा OUT



कवरेज इण्डिया हेल्थ डेस्क:

आस्टो आर्थराइटिस सूजन रहित प्रतिदिन बढ़ने वाली जोड़ों के संधी उप अस्थि अार्टिकूलर कार्टिलेज को विकृत करने वाली जोड़ों की बीमारी है जिसे हम लोग आम भाषा में गठिया, वात या गाउट कहते हैं यह अधिकतर शरीर का भार उठाने वाले जोड़ों जैसे, कूल्हे व घुटने में अधिक होती है यह रीढ़ के जोड़, अंगूठे के जोड़ और अंगुलियों के जोड़ में भी होता है।

लक्षण
सबसे मुख्य लक्षण दर्द है।शुरू में जोड़ो में दर्द, शरीर का भार उठाने पर, दिन ढलने पर और बाद में लगातार होता है साइनोवाइटिर के कारण जोड़ों में सूजन आती है धीरे-धीरे जोड़ जाम होने लगता है पुरानी बीमारी होने पर जोड़ विकृत हो जाता है।

कारण
शरीर के जोड़ का ज्यादा इस्तेमाल होना जिससे जोड़ का घिसना, चोट लगने, संक्रमण होने के बाद भी हो सकता है।

निदान
इस रोग के मरीज को जोड़ों पर कम जोर देना चाहिए गठिया रोग के मरीज को ज्यादा देर खड़े नहीं रहना चाहिए घुटनों पर ज्यादा बल नहीं देना चाहिए जोड़ों की नियमित सिकाई करनी चाहिए और नियमित व्यायाम भी करना चाहिए

उपचार
विश्व की दूसरी सबसे बड़ी चिकित्सा पद्धति होम्योपैथ विशाल प्रकृति में गठिया रोग आस्टो अर्थराइटिस का कारगर उपाय संभव है परंतु होम्योपैथ दवा हमेशा होम्योपैथिक विशेषज्ञ के सलाह से ही लेना चाहिए।





















डा० राजेश श्रीवास्तव (बी.एच.एम.एस.)
जटिल एवं असाध्य रोग विशेषज्ञ।
निदेशक- मां होमियो चिकित्सा केन्द्र, सिविल लाइंस,इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश)

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