कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती अपनी जातिगत राजनीति के लिए जानी जाती हैं. मायावती वो नेता हैं जो खुलकर जातिगत राजनीती हैं तथा इसके लिए उन पर हिन्दुओं को तोड़ने का आरोप भी लगता है. हिन्दुओं को तोड़ने की इसी राजनीती के दम पर मायावती कभी शिखर पर भी पहुँची लेकिन इस समय मायावती की पार्टी रसातल में है तथा लोकसभा में उनका एक भी सांसद नहीं है. एक समय यूपी की राजनीति की धुरी रहीं मायावती इस समय अपनी पार्टी के वजूद को बचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी में लगी मायावती को अब एक करारा झटका लगा है. हिन्दुओं को तोड़ने का आरोप झलने वाली मायावती की पार्टी बसपा इस समय खुद टूट रही है. खबर के मुताबिक़ उन्नाव के एक नामी नेता तथा मायावती के बेहद करीबी रहे पंकज त्रिपाठी ने भगवा चोला ओढ़ लिया है तथा भाजपा से जूड गये हैं. पंकज त्रिपाठी का बसपा का साथ छोड़कर भाजपा से जुड़ना मायावती के लिए एक करारा झटका माना जा रहा है. उन्नाव क्षेत्र में पंकज त्रिपाठी बेहद लोकप्रिय नेता हैं तथा मायावती के बेहद करीबी भी रहे हैं. पंकज त्रिपाठी की लोकप्रियता तथा उनकी राजनैतिक कुशलता के दम पर मायावती 2019 में उन्नाव फतह का सपना देख रही थीं लेकिन पंकज त्रिपाठी ने मायावती को करारा झटका दिया है.
पंकज त्रिपाठी ने कल सोमवार को लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय की उपस्थिति में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ली जहाँ महेंद्र नाथ पाण्डेय ने उन्हें पार्टी का दुपट्टा पहिनाकर भाजपा की सदस्यता दिलाई. भजपा की सदस्यता लेने के बाद पंकज त्रिपाठी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी जी तथा मुख्यमंत्री योगी जी से प्रभावित होकर भाजपा में आये हैं. उन्होंने कहा कि बसपा में रहकर हिन्दुओं को विघटित होते हुए नहीं देख सकते थे इसलिए उन्होंने भाजपा से जुड़ने का फैसला लिया है क्योंकि भाजपा ही वो पार्टी है जो हिन्दुओं को जोड़ने की राजनीती है, सबका साथ सबका विकास की बात करती है जबकि बसपा में ऐसा नहीं होता. उन्होंने कहा कि जब पूरा देश इस समय मोदी मोदी योगी योगी कर रहा है तो वह भी भगवा रंग में रह गये हैं तथा भाजपा की मजबूती के लिए कार्य करेंगे.
