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| प्रवीण तोगड़िया |
इलाहाबाद। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया अपने ही संगठन में हाशिये पर जाते दिख रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि 19 जनवरी को माघ मेले में होने वाली वीएचपी की मार्गदर्शक मंडल की बैठक और संत सम्मेलन में उनके नाम पर कोई चर्चा नहीं होगी। ऐसी भी चर्चा है कि तोगड़िया इस सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।
कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही वीएचपी के सभी बड़े नेता और संगठन से जुड़े तमाम साधु-संत तो शामिल होंगे, लेकिन दोनों ही कार्यक्रमों में तोगड़िया के उत्पीड़न के मामले पर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं की जाएगी। इतना ही नहीं संगठन से जुड़े कुछ लोग तो अब तोगड़िया की मंशा पर ही सवाल उठा रहे हैं और उन्हें नकारात्मक सोच वाला व्यक्ति बता रहे हैं।
शायद संगठन की इस सुगबुगाहट को भांपकर ही तोगड़िया ने इलाहाबाद में हो रहे वीएचपी के कार्यक्रम में अब शामिल नहीं होने का फैसला किया है। उन्होंने ज़िम्मेदार लोगों को फोन पर जानकारी दे दी है कि वह 19 जनवरी के कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लेंगे। संगठन से जुड़े लोग इसके लिए तोगड़िया की सेहत सही नहीं होने की बात कर रहे हैं, लेकिन अंदरखाने चर्चा यह है कि बदले हुए हालात में संगठन उनके साथ खड़ा होने को तैयार नहीं है।
यही वजह है कि इलाहाबाद के माघ मेले में मौजूद अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय समेत संगठन के दूसरे ज़िम्मेदार लोग पिछले दो दिनों से मीडिया के सामने आने को तैयार नहीं है तो वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के अहम सदस्य पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद और वीएचपी के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी जैसे नेता मीडिया के सामने भी तोगड़िया को लेकर सवाल उठाने और 19 जनवरी के कार्यक्रम में उनके नाम पर कोई चर्चा होने की संभावना को सिरे से ख़ारिज कर दे रहे हैं।
स्वामी चिन्मयानंद का तो यहां तक कहना है कि तोगड़िया ने मंदिर निर्माण के लिए कोई काम ही नहीं किया है और मार्गदर्शक मंडल की बैठक से लेकर योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में होने वाले संत सम्मेलन में तोगड़िया को लेकर किसी तरह की चर्चा का कोई सवाल ही नहीं उठता है।
गौरतलब है कि इलाहाबाद के माघ मेले में 19 जनवरी को वीएचपी की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक होनी है। बैठक के फ़ौरन बाद वीएचपी के पंडाल में ही संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ को भी बुलाया गया है। कुछ कार्यकर्ता यह चर्चा भी कर रहे हैं कि संगठन के कुछ पदाधिकारियों की बीजेपी के बड़े नेताओं से करीबी तोगड़िया को पसंद नहीं है और योगी का मंच साझा करने से बचने के लिए ही वह इलाहाबाद के कार्यक्रम में अब नहीं आएंगे।
