इलाहाबाद। SDM का ट्रांसफर रुकवाने को सड़कों पर उतरे लोग, किसी हीरो से कम नहीं इनकी कहानी

राजा गणपति रामासामी, एसडीएम करछना 

कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क इलाहाबाद।
इलाहाबाद। जनपद में एक आईएएस अफसर के तबादले पर कोहराम मचा हुआ है। ईमानदार और तेज तर्रार छवि के आईएएस अफसर के तबादले की खबर मिलते ही सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और तबादला रुकवाकर ही दम लिया। नाराज़ लोगों ने तहसील कैम्पस में तालाबंदी कर दी और अनशन पर बैठकर हंगामा शुरू कर दिया।

तमिलनाडु के रहने वाले आईएएस अफसर राजा गणपति रामासामी यूपी कैडर के हैं। सिविल सर्विसेज के अपने शुरुआती कैरियर में इन दिनों वह इलाहाबाद की करछना तहसील में एसडीएम के तौर पर तैनात थे। यहां उनकी नियुक्ति तकरीबन तीन महीने पहले ही हुई थी। अपनी तेज तर्रार छवि व ईमानदारी और बेबाकी के चलते कम वक्त में ही उन्होंने तहसील के लोगों का दिल जीत लिया।

इलाहाबाद के डीएम सुहास एलवाई ने माघ मेले के मद्देनजर कई एसडीएम के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किया था। इसके बाद करछना तहसील के एसडीएम राजा गणपति रामासामी का तबादला सदर तहसील के एसडीएम के तौर पर कर दिया। आम तौर पर ग्रामीण इलाके से शहर में तबादला होने पर अफसर खुश होते हैं।

करछना के लोगों को जब एसडीएम के तबादले की खबर हुई तो लोग नाराज़ हो गए। लोगों ने तहसील के दफ्तरों को जबरन बंद करा दिया और वहां अनशन पर बैठ गए। दूसरे अफसरों ने नाराज़ लोगों को समझाने व रौब दिखाने की कोशिश की, लेकिन लोग पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा पैदा हुआ तो डीएम सुहास एल वाई को जनमानस की भावनाओं का सम्मान करते हुए आईएएस अफसर राजा गणपति के तबादले का आदेश रद्द करना पड़ा।

डीएम के प्रेस नोट में भी साफ़ तौर पर जनता की भावनाओं के सम्मान में राजा गणपति के तबादले को रद्द करने की बात लिखी हुई है। मौजूदा दौर में जब लोग सरकारी मशीनरी से आमतौर पर त्रस्त रहते हैं, ऐसे में आईएएस राजा गणपति के तबादले के खिलाफ लोगों का सड़कों पर उतरना और दबाव बनाकर ट्रांसफर रुकवा लेना हैरान कर देने वाला फैसला है।

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