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| फाइल फोटो- राजेश यादव |
कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
इलाहाबाद। बसपा नेता राजेश यादव की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। हत्या क्यों की गई, इसकी वजह जानकर आप हैरान हो जाएंगे।बसपा नेता राजेश यादव की हत्या के आरोप में प्रतापगढ़ जिले के अंतेश प्रताप सिंह उर्फ जग्गा और आशुतोष सिंह को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। इन दोनों ने स्वीकार किया है कि हत्या उनके साथी सुल्तानपुर के आकाश ने की थी।
वह और आधा दर्जन अन्य युवक साथ में थे और छात्र नेता अर्पित सिंह के चुनाव कार्यालय से लौट रहे थे। रात करीब सवा दो बजे ताराचंद हॉस्टल के पास फारच्यूनर गाड़ी से राजेश यादव और डॉ. मुकुल सिंह के हॉस्टल की ओर आने के दौरान झड़प हुई।
पहले राजेश की ओर से गोली चली, जवाब में आकाश ने गोली चलाईं। उनमें से एक गोली राजेश के सीने में लगी थी। इस घटना के बाद वह भाग गए थे। अगले दिन फेसबुक और सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि जिस फारच्यूनर गाड़ी में सवार दो लोगों से झगड़ा हुआ था, उनमें से एक की मौत हो गई है।
यह जानकारी एसपी सिटी सिद्धार्थ मीना ने पुलिस लाइन में पत्रकारों से वार्ता के दौरान दी। वहां पर गिरफ्तार किए गए प्रतापगढ़ जिले के थाना जेठवारा के गांव सराय भूपति निवासी अंतेश प्रताप सिंह ‘जग्गा’ और थाना मंधाता के ढेमा निवासी आशुतोष सिंह को भी लाया गया।
एसपी सिटी के सामने आरोपियों ने स्वीकार किया कि घटना अचानक हुई है। ताराचंद हॉस्टल के पास घटना स्थल वाली सड़क कम चौड़ी है। इस रोड पर राजेश यादव नशे में तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहे थे, जिसकी वजह से वह और उसके साथ बाल-बाल बचे थे।
उसी समय साथियों ने कुछ कहा तो गाड़ी का शीशा खोलकर राजेश ने गालियां दीं। उसी समय बात बढ़ गई और राजेश की ओर से पहले फायरिंग की गई। जवाब में आकाश ने फायर किए। दोनों ओर से करीब सात-आठ राउंड फायर हुए थे। आकाश की ओर से चलाई गई गोली में से एक गोली राजेश के सीने में लगी थी
राजेश यादव की हत्या में नामजद आरोपी डा. मुकुल सिंह का नारको टेस्ट कराने के लिए अदालत में अर्जी लगाई गई है। अदालत से अनुमति मिलने के बाद मुकुल को नारको टेस्ट के लिए लखनऊ स्थित एसएफएल लेबोरेटरी ले जाया जाएगा।
पिछले सप्ताह मुकुल ने अपने को निर्दोष बताया लेकिन पुलिस ने उनसे नारको टेस्ट के लिए कहा तो सहमति दे दी। उसी आधार पर डॉ. मुकुल का नारको टेस्ट कराने के लिए अदालत में आवेदन किया गया है।
दो व तीन अक्तूबर की रात करीब सवा दो बजे ताराचंद हॉस्टल के पास बसपा नेता राजेश यादव की गोली मारकर हत्याकर दी गई थी। गोली लगने पर उनके साथी डा. मुकुल उन्हें इलाज के लिए राज नर्सिंग होम ले गए लेकिन उनकी जान नहीं बची।
अगले दिन तीन अक्तूबर को राजेश की हत्या से गुस्साए बसपा समर्थकों ने जमकर हंगामा काटा, आगजनी और तोड़़फोड़ की गई। बस में आग लगा दी गई थी। भदोही निवासी राजेश यादव बसपा की टिकट पर झानपुर सीट से 2017 में चुनाव लड़े थे।

