नफरत फैला रहा है मौलाना सैयद फैज, बोला हिन्दुओं को दीवाली आदि की शुभकामना देना बंद करें मुसलमान


कवरेज इण्डिया न्यूज
ट्विटर पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक मौलाना नजर आ रहे हैं जो वहां मौजूद लोगों से गैर मुसलमानों के दिवाली पर शुभकामनाएं देने को गैर इस्लामिक बताया है। मौलाना वीडियो में गैर मुसलमानों को शुभेच्छा देना और त्योहार में बनाए गए खास खाने को खाना ठीक है क्या ? इस सवाल का जवाब देते हुए मौलाना कहते हैं कि याद रखिए गैर मुसलमानों को उनके त्योहारों पर विश करना हराम है ! हैप्पी दिवाली नहीं बोल सकते।

हैप्पी दशहरा नहीं बोल सकता।
सैयद फैज़, इस्लामिक रिसर्च सेंटर द्वारा बोले गए इस बयान में साफ़ कहा गया है की ऐसा आपने बोला मतलब आपने मान लिया हां कोई राम था, उसने रावण से जंग जीती थी। सीता को लाया था। कुछ लोग कहते हैं कि वो भी हमें ईद मुबारक कहते हैं। तो ये हमारा मसला है, क्या हमने उसकी गर्दन पकड़कर बोला था कि हमे ईद मुबारक बोलो ?कुछ महिने पहले बिहार के एक मुस्लिम मंत्री द्वारा 'जय श्री राम' कहने पर उनके इस्लाम से खारिज होने की नौबत आ गई थी। वहां कुछ समय पहले दिवाली के समय लखनऊ में कुछ मुस्लिम महिलाओंद्वारा भगवान राम की आरती करने पर भी इस्लामिक जानकारों ने काफी एतराज जताते हुए उन्हें इस्लाम से निष्कासित करने की बात कही थी ! ये सैयद फैज़, इस्लामिक रिसर्च सेंटर औरंगाबाद महाराष्ट्र के इस्लामिक स्कालर माने जाते हैं जिन्हें कई मुलसमान अपना आदर्श भी मानते हैं . यद्दपि ये जहर तेजी से फैलता जा रहा क्योकि उन्हें सुनने वालों की भारी भीड़ थी वहां ..

मौलाना का ये भाषण सुनकर कुछ सूत्र मन में आते है. हिन्दुआें के प्रति नफरत की भावना फैलानेवाले इस मौलाना पर किसी भी सेक्युलरिस्ट लोगों ने कोर्इ बयान नहीं दिया है, ना किसी चैनल पर इसपर डिबेट का प्रारंभ हुआ है । क्या इस मौलाना के विरूद्ध बयान देने के लिए सेक्युलरिस्ट लोगों के पास हिम्मत नहीं है ?, एैसा प्रश्न किसी के भी मन में आ सकता है । क्या 'सर्वधर्मसमभाव का ठेका केवल हिन्दुआें ने ही लेकर रखा है' एैसा विचार धर्मनिरपेक्षता के नकली ठेकेदार मिडीया चैनल तथा सेक्युलरिस्ट करते है ? सर्व धर्म समान है, एेसा कहनेवाले अब कहां है ? मोदी जी ने गोल टोपी नहीं पहनी इसपर छाती पिटनेवाले अब कुछ क्यों नहीं बोलते ?

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