दैनिक जागरण के प्रधान संपादक के नाम लीगल नोटिस, मानहानि की तैयारी


मित्रों दैनिक जागरण के प्रधान संपादक/स्थानीय संपादक  को मैंने लीगल नोटिस भेज दिया है ,
15 दिनों के अंदर गलत ख़बर पर खेद  प्रकाशित नही करेंगे ,तो  मानिहानी का मामला कोर्ट में किया जाएगा।

 बीते दिनों मैंने एक देह व्यापार को लेकर पोस्ट डाली थी उस प्रकरण को मैंने बड़ी गंभीरता से उठाया था जिसे गोरखपुर पुलिस ने संज्ञान  में  लेते हुए कार्यवाही की और सभी अखबारों ने इस प्रकरण पर खबर लिखी किन्तु दैनिक जागरण ने अपने खबर में मुझे ब्लेकमेलर बना दिया उनकी खबर में क्या  लिखा गया है मैं बताता हूँ ।

( 1 )-शोसल नेटवर्क पर ये प्रकरण कई दिनों से चल रहा था,-आखिर चला रहा था और आपने संज्ञान में लेकर ख़बर क्यों नही  लिखी जो कि डेली अखबार है आपका समाज को जागरूक करने का दायित्व बनता  ।

( 2)अखबार ने लिखा है कि वीडियो शोशल मीडिया पर डाल दिया गया। आखिर वीडियो जब हमने डाली ही नही तो आपने कहाँ से वीडियो का जिक्र किया अगर वीडियो डाली गई तो कब,कहाँ कैसे देखी आपने शोसल नेटवर्क की  लिंक का जिक्र क्यो नही किया उसी आधार पर ब्लेकमेलर से बात करनी चाहिए थी ।

(3)ख़बर में लिखा गया है कि होटल के कर्मचारी ने बताया कि उन्होंने हमें ब्लैकमेल किया ।भाई आपसे एक अपराधी कहता है की वीडियो बनाने वाले ने हमें ब्लैकमेल किया तो आपने जरूर ब्लैकमेल करने वाले के खिलाफ पुख्ता सबूत लिए होंगे, फिर आपने उन सबूतों का जिक्र अपने ख़बर में क्यों नही किया ।

(4)अखबार ने निर्णय कर दिया की  ब्लेकमेलर पोस्ट डालने वाला ही है
भाई तब भी आपको मेरा पच्छ लेना बनता है आपने एक पच्छ की ही ख़बर क्यों लिखी ।जब कि आप लिख रहे हैं कि मामला कई दिनों से शोसल मीडिया पर चल रहा है तब तो आपको मेरे बारे में विधवत जानकारी थी क्यों कि लगातार आप मेरी पोस्ट को वाच कर रहे थे ।

सबसे बड़ा सवाल ---
मित्रों पुलिस चौकी महज 200 मीटर की दूरी पर है और अखबारों ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर अंगुली उठाई फिर आपके अख़बार के कालम से ये विशेष हिस्सा कैसे छूट गया और जो खबर का हिस्सा ही नही बना ।
मेरे जैसे व्यक्ति ने अपनी जान जोखिम में डाल कर इतना बड़ा रिस्क इस शहर के परिवारों के लिए उठाया ,फिर आपके अखबार में मेरे लिए स्थान क्यों नही ?  ।
मित्रों ये सब प्लानिंग कर मुझे बदनाम करके होटल मालिकों के हृदय में स्थान बनाने का एक प्रयास था हो भी सकता है कि इस संस्थान के ज़िम्मेदारों द्वारा मेरे खिलाफ कोई बड़ा षड्यंत्र रच कर फंसाया या फिर हत्या भी कराई जा सकती है जैसा कि प्रतीत होता है ।
अगर कभी कोई अप्रिय  घटना मेरे साथ होती है तो इसके प्रथम जिम्मेदार ये अखबार के जिम्मेदार होंगे उसके बाद कोई अन्य होगा।इन पूरे प्रकरण के गवाह आप सभी हैं ,।

 वरिष्ठ पत्रकार रंजीत यादव की फेसबुक वाल से

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