इलाहाबाद में अब 'राबिनहुड आर्मी' भरेगी भूखों का पेट

इलाहाबाद, 'राबिनहुड आर्मी' टीम

ब्युरो रिपोर्ट कवरेज इण्डिया इलाहाबाद।
इलाहाबाद। कहते हैं पेट की भूख पैसे की भी भूख से बड़ी होती है क्योंकि जब पेट की भूख सताती है तब कुछ नहीं सूझता

उस वक्त प्रत्येक इंसान को सिर्फ और सिर्फ दो रोटी की ही चाह होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की संस्था 'राबिनहुड आर्मी' सम्पूर्ण भारत में ऐसे लोगों के लिए काम करती है जिन्हें किसी कारणवश दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती।
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इलाहाबाद प्रभारी रजत यादव

'राबिनहुड आर्मी' के इलाहाबाद प्रभारी रजत यादव  बताते हैं कि यहां पर हमारी लगभग 25 लोगों की टीम है जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों में फैली हुई है।
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हमारी पूरी टीम इस बात का पर नजर गड़ाए रहती है कि शहर में कहां और कौन सा ऐसा आयोजन हो रहा है जिसमें भोजन की बर्बादी हो रही है।

 हम आयोजन से पहले ही रेस्टोरेंट मालिक, होटल्स, या फिर जिसके यहां आयोजन है उससे सम्पर्क करके यह सुनिश्चित कर लेते हैं कि सभी के खाना खा लेने के बाद जो भी भोजन बचेगा उसे 'राबिनहुड आर्मी' ले जाएगी।

हमारा लक्ष्य यह है कि कोई भी भूखे रेट न सोए, इसलिए हम बचा हुआ भोजन लाकर मंदिर के बाहर, अस्पताल के बाहर, मलिन बस्तियों में, सड़क किनारे रह रहे भिखारियों आदि में बांट देते हैं। 'राबिनहुड आर्मी' देश के लगभग 48 शहरों में इस कार्य को पूरी तन्मयता व इमानदारी से अंजाम दे रही है।

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