मछली पकड़ने गये युवक की पैर फिसलने से हुई मौत


रिपोर्टर- बाल गोविन्द वर्मा
टिकैतनगर, बाराबंकी। घाघरा नदी की विशाल लहरें तांडव नृत्य करते हुए आम जनमानस के लिए मुशीबतों का पहाड़ बनी हुईं हैं। बाढ़ प्रभावित लोग हर तरफ से जान माल बचाने में लगे हुए हैं। सभी बाढ़ पीड़ितों के मन में डर की भावना ने घर कर रखा है कि कहीं ऐसा न हो कि अचानक जोरदार बाढ़ आ जाये और जो कुछ भी बचा हुआ है, उसे भी बहा ले जाये। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस ओर राहत कार्य हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन इस सब के बावजूद भी अनेकों बार तराई क्षेत्र के लोगों को बाढ़ की वजह से अपनी जान मॉल से हाथ धोना पड़ा है।
       ऐसा ही वाकया थाना टिकैतनगर क्षेत्र की पुलिस चौकी बारिनबाग के ग्राम सीकरी जीवल के लवकुश रावत के साथ हुआ। जिसका खामियाजा उसे अपनी जान देकर भुगतना पड़ा।
      बतातें चलें कि घाघरा नदी की बाढ़ के दरम्यान मछलियों को पकड़ने हेतु काफ़ी संख्या में लोग नदी के किनारे व इससे जुड़े नालों पर जाते हैं। लवकुश रावत पुत्र साहबलाल उम्र लगभग 17 वर्ष भी मछली पकड़ने के लिए घाघरा से जुड़े सीकरी जीवल के पास रानीमऊ स्थित ज्योड़ी नाले पर गया था, जहाँ मछली पकड़ने के दौरान उसका पैर फिसलने के कारण वह गहरी धारा में चला गया और डूब कर उसकी मौत हो गई। स्थानीय गोताखोरों की मदद से काफी खोजबीन के बाद मृतक की लाश को बाहर निकाला गया।लवकुश अनुसूचित जाति से ताल्लुक़ रखने वाले एक गरीब परिवार का सदस्य था। उसके परिवार में उसके अलावा एक छोटा भाई, एक बहन व माता-पिता हैं। टिकैतनगर पुलिस ने शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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