रिपोर्टर- बाल गोविन्द वर्मा/ श्याम मनोरथ रावत।
बाराबंकी, उत्तर प्रदेश।
बाराबंकी शहर के मोहल्ला विजय नगर मे दो सप्ताह से लगातार बोलोरो से बदमाश रामदुलारे रावत के घर के पास लगे टावर के पास खडे होते थे । बीती रात 12,30 बजे बोलोरो गाडी आकर रूकी कुछ देर बाद जिले के प्रसिद्व समाजसेवी रामदुलारे रावत ने गाडी के पास आकर बोलोरो मे बैठे लोगो से पूॅछा कि आप लोग कौन है ? इतने मे गाडी मे बैठे चार लोग गालिंया देते हुये गाडी मे रखे डन्डे लेकर उतर पड़े और रामदुलारे रावत के पौत्र वृजेश व सर्वेश सोमू पर हमला कर दिया। शोर शराबा सुन मोहल्ले के तमाम लोग निकले ईट पथ्थर हमलावरो पर फेके इतने मे गाडी स्टार्ट कर हमलावर भागे जो आगे नाली मे धॅस गयी मोहल्ले के लोगो ने उन्हे जमकर धुना और 100 नम्बर पुलिस को बुलाया तो बोलोरो पर बैठे लोगो ने अपने को पेट्रोलिग सेक्योरटी गार्ड बताया। 100 नम्बर पुलिस दोनो पुक्षो को थाने ले गयी । एक पक्ष से विद्यावती पत्नी उमेश कुमार ने सोमू आदि को डन्डे से मारने गाली गालौज जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है ।
सबसे बडी बात तो यह है कि टावर का गार्ड था नही तो यह बोलोरो सवार कही कोई बेश कीमती मशीन तो खोलने नही आये थे या जब रामदुलारे रावत ने उनका परिचय पूॅछा था तो गाली क्यो दी ? गाडी मे रखे डन्डे से सोमू आदि को मारा क्यू ? तीन चार दिन पहले भी बोलोरो व कुछ लोग उसमे बैठे होने की सूचना 100 नम्बर पुलिस को दी गयी थी। पुलिस नाका पैसार तक आयी और फोन करने वाले ब्यक्ति बब्लू को बताया की वह रास्ता नही जानते है, यह कहकर पैसार पर बुलाया था। उसी दिन 100 नम्बर पुलिस चाहती तो बोलोरो सहित उसमे बैठे लोग दबोचे जा सकते थे। ऐसे मे मोहल्ले के लोगो का सर्तक रहना लाजमी है। यदि बोलोरो पर जो भी लोग बैठे थे वह अपना परिचय सही बताते तो शायद मारपीट की घटना नही घटती। राम नगर विधायक शरद अवस्थी जैदपुर विधायक उपेन्द्र रावत दरियाबाद विधायक सतीश शर्मा ने विद्यावती के प्रार्थना पत्र पर एस पी बाराबंकी से दूरभाष पर वार्ता करके दोनो पक्षो मे या तो समझौता करवाया जाय या दोनो पक्षो के मुकदमे दर्ज किये जाने के निर्देश दिये हैं।
