जिससे शहर में समुचित सीएनजी की आपूर्ति उपलब्ध होती रहे। इस विषय पर मण्डलायुक्त ने सीएनजी पम्प संचालकों से गहरायी से विचार-विमर्श किया कि नगर में लगभग 2500 टैम्पो तथा परिवहन बसें जब संचालित होंगी तो पम्पों द्वारा उनके लिये सीएनजी आपूर्ति क्षमता क्या होगी। इस संबन्ध में पम्प आपरेटर द्वारा मण्डलायुक्त को अवगत कराया गया कि उनके पिछले निर्देशों का अनुपालन करते हुये पम्प आपरेटर के पास अभी उपलब्ध क्षमता के अनुसार 250 गाड़ियां प्रतिदिन भरे जाने की क्षमता उनके पास है जबकि उनके पम्पों पर अभी एक समय में 16 गाड़ी एक साथ में भरने की क्षमता है। मण्डलायुक्त ने यह निर्देश दिया कि वे अपनी क्षमता बढ़कर 16 के स्थान पर 24 गाड़ियां एक समय में भरने के लिये एक आउटलेक पर और अधिक पम्प स्थापित करें, जिससे नगर में सीएनजी की आपूर्ति बाधित न हो। मण्डलायुक्त ने इस कार्य में आने वाली सभी अड़चनों को शीघ्र ही बैठक बुलाकर संबन्धित अधिकारियों को समाधान करने के निर्देश दिये।
कमिश्नर की पहल पर आज आरटीए की बैठक में बसों और गाड़ियों को सीएनजी में करने वाले तीन प्रतिष्ठानों क्रमशः जिओ लेट्स दिल्ली, बीएसए आटो मोबाइल तथा सिंह आटो मोबाइल इलाहाबाद को कार्य प्रारम्भ कर देने की स्वीकृति दी गयी। प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों द्वारा बैठक में अवगत कराया गया कि वे प्रतिमाह 30 से 40 बसों तथा सैकड़ों गाड़ियों का कनवर्जन कर सकते हैं। मण्डलायुक्त ने विचार विमर्श के दौरान अपने पूर्व निर्देश को बड़ी कड़ाई से दोहराया कि गाड़ियों के नये परमिट हर हाल में सीएनजी कनवर्जन के बाद ही दिये जायेंगे। उसके पहले किसी भी दशा में नया परमिट नही दिया जायेगा। विचार विमर्श के दौरान सीएनजी चलित आटो रिक्शा विके्रताओं की समस्या हल करते हुये वित्त पोषण के द्वारा आटो रिक्शा क्रय करने के मामले में बैंकों में होने वाली देरी का समाधान करने के लिये डीएम की अध्यक्षता में प्रतिमाह टेम्पो यूनियन जेएसएस और बैंक प्रबन्धकों की बैठक प्रतिमाह किये जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में विचार-विमर्श के दौरान खुल्दाबाद चैराहे पर अतिक्रमण तत्काल हटाये जाने पर भी निर्णय लिया गया। जिसे कुछ दिन पूर्व डीएम की पहल पर अतिक्रमण मुक्त करा दिया गया है।
