रिपोर्टर- बाल गोविन्द वर्मा। सिरौलीगौसपुर, बाराबंकी।
तहसील क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर जनप्रतिनिधियों द्वारा सरकारी खजाने का धन ख़र्च करके जनता की सहूलियत व चौराहे के दुकानदारों के साथ ही पटरी दुकानदारों व अन्य लोगों को समुचित प्रकाश उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लगवाई गयी हाई मास्क लाइटें, चंद रोज अपनी रोशनी का जादू बिखेरने के बाद बेकार हो गईं और तब से लेकर आजतक बेकार ही पड़ीं हैं। कुछ ऐसा ही हाल बदोसराय चौराहे पर व कुंतेश्वरधाम किंतूर, खजुरी चौराहा, महमूदाबाद चौराहा आदि स्थानों पर लगी लाइटें आज पूरी तरह खराब पड़ी हैं।
किसी भी जनप्रतिनिधि अथवा विभाग ने इनकी ओर ध्यान नही दिया। जिसको लेकर क्षेत्रीय लोगों में ख़ासी नाराज़गी है। लोगों के अनुसार इनको लगवाने में सिर्फ़ सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया और पैसों की बंदरबांट की गई है। जब यह लाइटें लगीं थीं तब हम सभी क्षेत्र वासियों को यह लगा था कि अब चौराहे पर हमेशा बना रहने वाला अँधेरा मिट जाएगा और इसके प्रकाश में खुशहाली आएगी, लेक़िन अब तो वही हाल 'चार दिन की चाँदनी, फिर अँधेरी रात' जैसा हाल हो गया है।
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