![]() |
| फाइल फोटो |
सीतामढ़ी (भदोही)। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही योगी सरकार खनन माफियाओं पर प्रशासन को सख्ती बरतने का निर्देश दे रही है। इसी का असर है कि जिले के पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल भी अवैध खनन के मुद्दे पर पुलिस की आये दिन नकेल कसते नजर आते हैं। लेकिन उनके फरमान का जरा भी असर कोइरौना थाने की पुलिस और भ्रष्ट यूपी 100 पुलिस पर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है। बालू माफियाओं और पुलिस के मिलेजुले खेल के आगे सरकार और एसपी के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। सोमवार रात करीब 10 बजे रिपोर्टर को विश्वस्त सूत्रों से पता चला कि कोइरौना थाना क्षेत्र के इनारगांव में सेमराध के तरफ से बालू लाकर डंप की जाती है जिसे ट्रैक्टर व ट्रकों में भरकर रात में बेची जाती है। सफेद सोने के इस अवैध कारनामे से पर्दा उठाने के लिए मंगलवार अपरान्ह को रिपोर्टर की टीम जब इलाके में स्टिंग ऑपरेशन के लिए पहुंची तो एकएक कर काले कारनामों की परत खुद-ब-खुद खुलती गई।
जिसे सुन और देख रिपोर्टर्स की टीम ने दांतों तले अंगुली दबा ली। सर्वप्रथम रिपोर्टर गोपीगंज थाना क्षेत्र के पुरवां गांव के एक व्यक्ति से बालू खरीदने की बात करते हुए नीचे घाट पर पहुंचा। जहां दोपहर की कड़ी धूप में ही साईकिल से एक व्यक्ति बोरियों में भरकर बालू निकाल रहा था। रिपोर्टर के एक सवाल पर उसने बिना खौफ जवाबों के पुल बांध दिए। उसने कहा भैया आप शाम करीब 4 बजे आइए, यहां पचासों साईकिल लेकर लोग मिलेंगे जैसे यहां मेला लगा हो। घाट पर बसे लोग बालू खनन कर साइकिल द्वारा ऊपर बस्ती में ले जाते हैं जो बिक्री हेतु वाहनों से रात को ले जाई जाती है।
रिपोर्टिंग टीम को पड़ताल में घाट और घाट के ऊपर ताजे बालू का ढेर कई जगह मिला जो गोपीगंज पुलिस की माफियाओं के साथ संलिप्तता की पोल खोल रहे थे। रिपोर्टर घाट से ऊपर आया तो उसे कई व्यक्ति मिल गए जो इस अवैध धंधे में शामिल हैं। रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि क्या कोइरौना बाजार के आगे बालू गिर जाएगी? तो उसने छाती तानकर कहा कि कोइरौना क्या, ऊंज क्रॉस करा सकते हैं। कोइरौना गिरने वाली 1 ट्रैक्टर बालू के दाम पर उसने कहा कि भैया हम लोग 2200 में बालू देते हैं। ट्रैक्टर भाड़ा व कोइरौना पुलिस को मिलाकर टोटल 5 हजार में बालू गिर जाएगी।
घाट पर मजदूर थे जो माफियाओं के इशारे पर बालू निकासी कर रहे हैं। इसलिए टीम वहीं नही रुकी वहां से मिले सुराग के आधार पर पास के ही कोइरौना थाना क्षेत्र के ग्रामसभा इनारगांव पहुंच गई। वहां का नजारा चौकाने वाला था। इनारगांव के प्राथमिक विद्यालय पर पुरवां घाट से गंवई रास्ते से बालू लाकर डंप किया जा रहा था। कुछ दूर पर दो ट्रक खड़े थे जो रात होने का इंतजार कर रहे थे। थोड़ी ही दूर पर ट्रैक्टर व जेसीबी भी खड़ी दिखी। यह सब नजारे अवैध बालू खनन माफियाओं के सिर पर कोइरौना पुलिस के भ्रष्ट हाथ होने की कहानी बखूबी बयां कर रहे थे।
अवैध विक्रेताओं ने कहा कि कोइरौना क्षेत्र में पुलिस सेटिंग से आराम से बालू गिर जा रहा है। अतः क्षेत्र में पुलिस की मेहरबानी से अवैध बालू का धंधा परवान पर है। अक्सर बालू ढो रहे ट्रैक्टर साफ दिख रहे है। एसपी का निर्देश है कि अवैध धंधे पर हर हाल में रोक लगनी चाहिए। लेकिन थाने में पदस्थापित पुलिस अधिकारी उनके आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। जिससे राजस्व क्षति तो हो ही रही है माफियाओं द्वारा घाटों पर मौत का कब्र भी तैयार कर दिया जा रहा है।
एसपी वर्जन:
इस बारे में एसपी श्री सचिन्द्र पटेल ने कोइरौना एसओ के दो दिन की छुट्टी पर होने का हवाला देते हुए उचित कार्यवाही करने की बात कही।
