इलाहाबाद विश्व रंगमंच दिवस को बीतेे सप्ताह भर भी नही हुआ की हिन्दी रंगमंच दिवस के अवसर पर महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय द्वारा अपने इलाहाबाद क्षेत्रीय केंद्र में एम.ए. परफॉर्मनिंग आर्ट पाठ्यक्रम को समाप्त कर युवा रंगकर्मियों को जो तोहफा दिया है वो इलाहाबाद ही नही बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिये दुर्भायपूर्ण है,क्योंकि यहाँ इलाहाबाद ही नही पूरे उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यो से आये हुए विद्यार्थी भी रंगकर्म की शिक्षा ले रहे है, ये बात इलाहाबाद के युवा रंगकर्मी वा महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के पुरातन छात्र अंकित सिंह यादव ने कहा।
श्री यादव ने कहा की पिछले वर्ष प्रारम्भ हुए इस पाठ्यक्रम को लेकर इलाहाबाद के युवा रंगकर्मियो में एक उत्साह की लहर दौड़ पड़ी थी, की वो अब अपने शहर में ही रंगकर्म की शिक्षा-दीक्षा कम फीस में अच्छे गुरु के सानिध्य में प्राप्त कर सकते है, परन्तु आज विश्वविद्यालय द्वारा सत्र 2017-18 के प्रवेश सूचना विज्ञापन के माध्यम से जब पाठ्यक्रम को इलाहाबाद क्षेत्रीय केंद्र से समाप्त किये जाने की सूचना मिली तो शहर के युवा रंगकर्मीयो में शोक की लहर दौड़ गई ।
श्री यादव ने कहा कि रंगकर्म और रंगकर्मियों के तथाकथित हितैषियों ने अपने निजी हित को साधने के लिए युवा रंगकर्मियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
श्री यादव ने कुलपति से मांग की है कि पाठ्यक्रम को क्षेत्रीय केंद्र इलाहाबाद से समाप्त किये जाने का फैसला वापस लेकर युवा रंगकर्मियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में सहयोग करें। युवारंगकर्मी विश्वविद्यालय एवं कुलपति महोदय के आभारी रहेंगे ।
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