लखनऊ. यूपी में अखिलेश सरकार के कार्यकाल में अधिकारियों द्वारा की गई गड़बडिय़ों की पोल अब खुलती जा रही है। उनके कारनामें अब धीरे-धीरे सामने आते जा रहे हैं। अभी एडीए के वीसी सत्येंद्र सिंह की कारस्तानी का मामला सामने आया तो वहीं अधिकारियों की कारस्तानी का एक और मामला सामने आया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों ने योगी सरकार के शपथ ग्रहण से पहले ही लैपटॉप योजना के लिए अरबों रुपए के बिल जारी कर दिए। अब सवाल उठ रहा है कि अधिकारियों ने बिल चुकाने में इतनी जल्दबाजी क्यों की? जब की सरकार कुछ दिन में बनने ही वाली थी। अब यह मामला भी अधिकारियों के लिए गले की फांस बनता जा रहा है।
क्या है मामला?
अधिकारियों ने शपथ ग्रहण से पहले 16 मार्च को 96,96,88,180.00 रुपए जारी कर दिए।
ऐसे में सवाल उठता है कि बिल चुकाने में अधिकरियों ने इतनी जल्दी क्यों की? आखिर उन्हें किस बात का डर सता रहा था कि नए मुख्यमंत्री के कार्यभार सँभालने से पहले ही भुगतान कर दिया गया?
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