लखनऊ: उत्तर में योगी सरकार कार्यभार संभाल चुकी है। योगी सरकार बड़े वादों और सपनों के साथ यूपी की सत्ता में भारी बहुमत के साथ आई है और सरकार को कम वक्त में बहुत कुछ कर के दिखाना है इसीलिए सभी काम तेजी से और तय वक्त के साथ किए जाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। नई सरकार कह चुकी है कि बदले की भावना से काम नहीं होगा, सबका साथ-सबका विकास की अवधारणा के तहत काम होगा, लेकिन सरकार वैसे मामलो में किसी को बख्शने के लिए भी तैयार नहीं है जिन मामलों में कि किसी तरह की गड़बड़ी हुई है। इसी सिलसिले में राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि अखिलेश सरकार में बने बड़े प्रोजेक्ट्स में करप्शन की खबरों के बीच उनकी सरकार ऐसे मेगा प्रोजेक्ट की जांच कराएगी।
उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार के वक्त पीडब्ल्यूडी विभाग ज्यादातर समय उनके चाचा शिवपाल यादव के पास रहा है और जब शिवपाल को हटाया गया तो ये खुद मुख्यमंत्री के पास रहा। जाहिर है ये बेहद अहम विभाग है। अब योगी सरकार में पीडब्ल्यूडी विभाग डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को मिला है। केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को लोक निर्माण विभाग के मंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद ही कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में बने बड़े प्रोजेक्ट में करप्शन की खबरों के बीच उनकी सरकार ऐसे मेगा प्रोजेक्ट की जांच कराएगी। केशव प्रसाद मौर्य के जांच के दायरे में अखिलेश सरकार का बहुचर्चित आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस भी शामिल है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव के पूरे चुनाव प्रचार में अपने इसी काम का जोर-शोर से प्रचार किया था और इस एक्सप्रेस वे को सपा सरकार के विकास का प्रतीक बताया था। उन्होने कहा था कि आगरा एक्सप्रेस वे को अगर पीएम मोदी देख लेंगे तो वो भी समाजवादी पार्टी को वोट देंगे। अखिलेश यादव ने यहां तक कह दिया था कि अगर इस चुनाव में जाति-धर्म जीतता है तो वे खुद से पूछने को मज़बूर होंगे कि एक्सप्रेस वे क्यों बनवाया, यानी अखिलेश यादव को इस एक्सप्रेस वे पर बहुत गर्व है। अब पीडब्ल्यूडी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे की जांच की बात कहकर समाजवादी पार्टी सरकार पर करप्शन का आरोप लगा दिया है।
केशव प्रसाद मौर्य ने अपना कार्यभार संभालने के बाद अपने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और सभी को ईमानदारी से काम करने के लिए शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि सिर्फ आगरा एक्सप्रेस वे ही नहीं, समाजवादी पार्टी की सरकार में बनी अन्य सड़कों और हाईवे की जांच कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर उनके अपने मंत्रालय में कामकाज की समीक्षा के दौरान कहीं से भी भ्रष्टाचार की बू आती है तो वे इसकी जांच कराएंगे। भ्रष्टाचार मुक्त और साफ-सुथरी सरकार बीजेपी का चुनावी नारा रहा है और उसके संकल्प पत्र का हिस्सा भी। बीजेपी की नई सरकार इस वादे को पूरा करने के लिए अभी बहुत से कदम उठाएगी। एक्सप्रेस वे में किसी तरह के भ्रष्टाचार की आशंका अभी आशंका मात्र ही है, लेकिन जांच में अगर इसमें किसी तरह की सच्चाई भी निकल आई तो ये आने वाले वक्त में अखिलेश यादव और उनकी सरकार में बड़े पदों पर रहे लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
Tags:
uttar pradesh
