हमारे संबाददाता ने जब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच मेनेजर सुधांशु विश्वास से बात कि तो उन्होंने मामले की लिखित शिकायत उन्हें दिए जाने से इंकार करते हुए बताया कि कुछ दिनों पहले एक दंपति इस तरह का मामला लेकर उनके पास आया था तो उन्होंने मामले की शिकायत थाने में दर्ज करवाने को कहा था. इस तरह के कई मामले पहले से शाखा में दर्ज है जिसकी जाँच चल रही है. ग्राहकों की लापरवाही के वजह् से ऑनलाइन ठगी का कारोबार करने वाले सक्रिय रहते है. जरा सी चुक होते है इस काम में लिप्त शातिर ग्राहकों के खाते से उनकी मेहनत की गाढ़ी कमाई साफ़ कर देते हैं. यह कोई पहला मामला नहीं है इस तरह के मामलों का शिकार देश भर में हजारों लोग है.
बहरहाल जो भी हो देश में ऑनलाइन सिस्टम को बढ़ावा देने के जितनी भी कोशिश करे पर इनसे होने वाल नुकशान का सामना तो आम जनता को ही करना पड़ता है. बढ़ते साइबर क्राइम के अपराधों के बाबजूद पुलिस इनको पकड़ना तो दूर की बात इनतक पहुँच तक नहीं पाती. देश भर में यह लोग अपना जाल फैलाये बैठे हैं. यदि इनपर जल्द ही कोई ठोस कदम उठाते हुए रोक नहीं लगाई गयी तो वह दिन दूर नहीं जब भारत को कैशलेस बनाने का प्रधानमंत्री का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएगा l
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