नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को पार्टी नेताओं से नोटबंदी को कामयाब बनाने की अपील की. शाह ने कहा कि सरकार में बैठने वाले लोग वरिष्ठ हैं. उन्होंने सोच-समझ कर फैसला किया है. अब जनता तक इसे ले जाने की जिम्मेदारी हमारी है.बैठक में कुछ नेताओं ने कहा कि चुनाव वाले राज्यों में लोगों को नक़दी नहीं मिल पा रही है.इस पर अमित शाह ने दो टूक शब्दों में कहा कि ये सरकार मनमोहन सिंह की सरकार नहीं है.
देश बदलने के लिए कठोर फैसले करने होते हैं.जनसत्ता की खबर के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को बताया है कि अगर 15 जनवरी तक कैश की किल्लत दूर नहीं हुई तो हमें नुकसान उठाना पड़ सकता है। दरअसल, पार्टी अध्यक्ष ने पार्टी सांसदों से नोटबंदी पर फीडबैक मांगा था।इसके बाद बुधवार की शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक नई दिल्ली नगरपालिका (एनडीएमसी) के कन्वेन्शन हॉल में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 35 भाजपा सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष से इस बारे में चर्चा की।
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक बैठक में पार्टी सांसदों ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पार्टी के पक्ष में जो हवा बही थी वह नोटबंदी के बाद बेअसर होती दिख रही है।सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष ने सभी सांसदों को बारी-बारी से सुना लेकिन किसी का कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि, उन्होंने यह आश्वासन दिया है कि सांसदों की चिंता से सरकार को अवगत करा दिया जाएगा। बैठक में मौजूद एक सांसद ने बताया कि 35 सांसदों में से करीब-करीब सभी सांसदों ने नोटबंदी के विपरीत परिणामों की चर्चा की।
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