ख़बर प्रभात न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज
इस दीपावली, मदद फाउंडेशन ने समाज के उन कोनों को रोशनी से भर दिया, जहां अंधेरा और निराशा का साया था। सामाजिक संस्था ने अपने वार्षिक अभियान के तहत 25 गरीब, असहाय, और संसाधनविहीन परिवारों को दीपावली किट (Diwali Kit) वितरित कर उनके चेहरों पर मुस्कान और त्योहार का उमंग बिखेरा। यह पहल न केवल जरूरतमंदों की दीवाली को खास बनाती है, बल्कि समाज में मानवता और एकजुटता का एक नया संदेश भी देती है।
संस्था ने दीपावली के 15 दिन पहले से ही उन परिवारों की तलाश शुरू कर दी थी, जिन्हें न तो आर्थिक सहारा है और न ही सामाजिक संबल। इन परिवारों की सूची तैयार करने के बाद, मदद फाउंडेशन की समर्पित टीम ने दीपावली से दो दिन पहले ही किट वितरण का कार्य शुरू कर दिया। प्रत्येक किट में लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, दीया, माचिस, धूपबत्ती, लड्डू, लाई, रिफाइंड ऑयल, आलू, चावल, आटा, दाल, नमक, मसाला, और साबुन जैसे सामान शामिल थे, जो न केवल त्योहार की जरूरतों को पूरा करते हैं, बल्कि रोजमर्रा की आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखते हैं।
इन किटों को पाकर परिवारों के चेहरों पर जो खुशी और उमंग छलकी, उसे शब्दों में बयां करना आसान नहीं। कई लाभार्थियों ने भावुक होकर कहा, "हमें तो अपनों ने भी भुला दिया, कोई हमारी सुध लेने नहीं आता। लेकिन आप लोग दीपावली जैसे खास मौके पर हमारे घर आए, हमें राशन और मिठाइयां दीं, और हमारे साथ त्योहार की खुशियां बांटी। यह हमारे लिए बहुत मायने रखता है। आप लोग हमेशा खुश रहें।" इन आशीर्वाद भरे शब्दों ने संस्था के सदस्यों के लिए प्रेरणा और ऊर्जा का काम किया।
मंगला प्रसाद तिवारी, (Madad Foundation) संस्था के संस्थापक, ने इस पहल के पीछे का उद्देश्य साझा करते हुए कहा, "हमारा मकसद उन लोगों के जीवन में रोशनी लाना है, जो अकेलेपन और अभावों के बीच दीवाली का उत्सव नहीं मना पाते। हम एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहते हैं, जहां हर व्यक्ति एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ दे, और कोई भी भूखा या निराश न रहे।"
जिलाध्यक्ष अरविंद पांडेय ने बताया कि उनकी टीम ने पूरी मेहनत और लगन के साथ चिन्हित परिवारों तक किट पहुंचाए। "हमने यह सुनिश्चित किया कि हर परिवार को न केवल सामग्री मिले, बल्कि उन्हें यह भी महसूस हो कि समाज उनका ख्याल रखता है। यह देखकर दिल को सुकून मिलता है कि हमारी छोटी-सी कोशिश से उनके चेहरों पर मुस्कान लौट आई," उन्होंने कहा।
मदद फाउंडेशन (Madad Foundation) का यह प्रयास सिर्फ दीपावली तक सीमित नहीं है। संस्था वर्षों से समाज के दबे-कुचले और जरूरतमंद लोगों के लिए काम कर रही है। हर रविवार को आयोजित होने वाली रविवार की रसोई' (Ravivar Ki Rasoi) के माध्यम से सैकड़ों लोगों को निःशुल्क भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाता है। इसके साथ ही, संस्था डॉक्टरों की एक विशेष टीम के सहयोग से जरूरतमंदों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान भी करती है।
मदद फाउंडेशन की यह पहल समाज के लिए एक प्रेरणा है। 25 परिवारों की दीपावली को रोशन कर, संस्था ने न केवल उनके घरों में दीप जलाए, बल्कि उनके दिलों में भी उम्मीद और अपनत्व की किरणें बिखेरीं। यह प्रयास हमें याद दिलाता है कि छोटे-छोटे कदमों से भी समाज में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।


