कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आठ साल की बच्ची के साथ गैंगरेप पर कवि मंगला तिवारी की ये ताजा रचना जरूर पढ़ें और शेयर करें।
शीर्षक-
भगवान भी अब रोता होगा,
ये कौन सा जीव बनाया है...
छोटी सी बिटिया को तुमने जो नोच नोच कर खाया है,
भगवान भी अब रोता होगा,
ये कौन सा जीव बनाया है।
क्या डर न रहा ईश्वर का भी ?
क्युं उसकी सत्ता को भूल गए।
हो कलयुग के तुम नर पिशाच,
मानवता भी तुम भूल चुके।
ना उसकी चीख सुनी तुमने,
ना उसके दर्द को समझा है।
भगवान भी अब रोता होगा,
ये कौन सा जीव बनाया है।
वो सात दिनों तक तड़पी थी,
इक बार रूदन तो सुन लेता,
तेरी भी तो बेटी होगी,
इक बाप का दर्द समझ लेता।
उस आठ साल की बच्ची का,
तुम आठ - आठ ने रेप किया,
हफ्तेभर जिंदा लाश रही,
फिर पीट पीटकर मार दिया !
वर्दी पर एक भरोसा था...
वर्दी पर ही तो भरोसा था,
पर वो भी तुमने तोड़ दिया।
उठ गया भरोसा न्याय से अब,
जब न्याय का गला ही घोंट दिया।
हिंदू, मुस्लिम ना सिख थी वो,
कन्या थी पूज्यनीय सबकी।
तुम हवस प्रेमियों की खातिर,
हर धर्म आज शर्माया है।
भगवान भी अब रोता होगा,
ये कौन सा जीव बनाया है...
भगवान भी अब रोता होगा,
ये कौन सा जीव बनाया है...
लेखक-
मंगला प्रसाद तिवारी
(कवि, लेखक, समाजसेवी)
इलाहाबाद, यूपी
सम्पर्क- 9795745555
Email- mptalld@gmail.com
