कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क।
बिहार। केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत ने लोकसभा में मंगलवार को देशभर के कुछ राज्यों के भिखारीयों का डाटा पेश किया है। यूं तो पश्चिम बंगाल मीठे स्वाद यानी रसगुल्ला के लिए काफी मशहूर है लेकिन अब वह सबसे ज्यादा भिखारियों की फेहरिस्त में नंबर वन पोजिशन पर है। इस फेहरिस्त में उत्तर प्रदेश दूसरे जबकि बिहार तीसरे नंबर पर है।
केंद्रीय मंत्री द्वारा पेश किए इस डाटा के मुताबिक,आपको बता दें कि देश में 4 लाख से अधिक भिखारी हैं, केंद्रीय मंत्री द्वारा लोकसभा में पेश किए गए डाटा के अनुसार पश्चिम बंगाल में कुल 81224 भिखारी हैं, इनमें 33086 पुरुष और 48158 महिलाएं हैं। उत्तर प्रदेश में कुल 65838 भिखारी हैं, इनमें 41859 पुरुष और 23976 महिलाएं है।
वहीं बिहार में 29723 भिखारी हैं, इनमें 14842 पुरुष और 14881 महिलाएं है। सबसे कम भिखारियों की संख्या लक्षद्वीप में है। लक्षद्वीप में केवल 2 भिखारी हैं।
इतना ही नहीं संसद में पेश किए गए इस रिपोर्ट में असम, मणिपुर और पश्चिम बंगाल में महिला भिखारियों की संख्या पुरुषों से ज्यादा है।
खबरों से मिली जानकारी कें मुताबिक देश में भिखारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पीएम मोदी सरकार ने भिखारियों को कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है।