कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क इलाहाबाद।
फूलपुर: उत्तर प्रदेश के फूलपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के आज परिणाम सामने आएंगे. सुबह 8.00 बजे से मतों की गिनती शुरू हो गई है. यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की वजह से सीट खाली होने पर 11 मार्च को उपचुनाव हुए थे, जिसके वोटों की गिनती आज होगी. फूलपुर में 37.39 फीसदी वोटिंग हुई थी. भाजपा के लिहाज से यह सीट भी काफी अहम है. भाजपा ने फूलपुर सीट से कौशलेन्द्र सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, सपा ने नागेन्द्र सिंह पटेल को मैदान में उतारा है. वहीं, कांग्रेस ने फूलपुर से मनीष मिश्र को टिकट दिया है. बसपा ने उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं खड़े किए हैं. बल्कि वह सपा को समर्थन दे रही है.उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों और बिहार एक लोकसभा और दो विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज सामने आ जाएंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उपचुनाव के नतीजे बेहद अहम माने जा रहे हैं। यूपी की जिन दो लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ वो हैं- फूलपुर और गोरखपुर। वहीं बिहार की अररिया लोकसभा सीट और भभुआ और जहानाबाद विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए हैं। यूपी के गोरखपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 43 फीसदी वोटिंग हुई, वहीं फूलपुर में 38 फीसदी मतदान हुआ। बिहार के अररिया में 59 फीसदी वोटिंग हुई, जबकि भाबुआ में 48 फीसदी और जहानाबाद में 49 फीसदी मतदान हुआ।
यूपी की दोनों सीटों के नतीजे प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता की परीक्षा हैं। फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव की बात करें तो 2014 के चुनाव में दोनों ही सीटें बीजेपी के खाते में गई थी, जहां गोरखपुर से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सांसद बने थे, वहीं फूलपुर से केशव प्रसाद मौर्य सांसद थे। उनके इस्तीफे के बाद इन सीटों पर उपचुनाव हुआ है। यूपी की दोनों सीटों पर बीजेपी ने पूरी जोर-आजमाईश की, खास तौर से सीएम योगी आदित्यनाथ ने जमकर दोनों सीटों पर जमकर प्रचार किया। वहीं सपा-बसपा के मिलन से सियासी समीकरण थोड़ा बदल जरूर गया है। फिलहाल देखना होगा कि यूपी की जनता ने किस पर ज्यादा भरोसा जताया है।
बिहार के अररिया लोकसभा सीट और भभुआ और जहानाबाद विधानसभा सीट के नतीजे प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार के लिए बेहद अहम हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये चुनाव महागठबंधन की टूट के बाद हो रहा है। इस उपचुनाव के नतीजे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के भविष्य की रणनीति को भी तय करेंगे। बिहार के अररिया की लोकसभा सीट वहां से राजद सांसद तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद खाली हुई थी।
