कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क इलाहाबाद।
इलाहाबाद, कुम्भ आयोजन के क्रम में जहाँ एक ओर इलाहाबाद में व्यापक पैमाने पर तेजी से विकास कार्य कराये जा रहे हैं, वहीं दिव्य एवं भव्य कुम्भ आयोजन के दृष्टिगत कुम्भनगरी प्रयाग को सजाने और संवारने की तैयारियाँ भी साथ-साथ चल रही हंै। पूरे शहर को कुम्भ की थीम से जोड़कर सजाने की तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही है। शहर के प्रवेश और निकास मार्गों पर स्थाई द्वार और स्तम्भ निर्मित करते हुए नगर को दूर से आकर्षक बनाये जाने की योजना भी बनाई जा रही है।
ताकि आने वाले हर पर्यटक और यात्री को प्रयाग के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्ता का परिचय दिया जा सके। इलाहाबाद के प्रमुख स्थानों की दीवारों को ‘पेंट माई सिटी’ योजना से सजाने का कार्य मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश के हाथो कुछ माह पूर्व ही प्रारम्भ कराया जा चुका है। इस क्रम में संगम क्षेत्र में बांध से सटी कई ईमारतंे, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय के चित्रकारों द्वारा बहुत आकर्षक ढंग से सजायी भी जा चुकी हंै। अब ‘पेंट माई सिटी’ योजना को और व्यापक बनाने तथा उसे प्रोफेशनल तरीके से संचालित करने के लिए प्रशासन ने इस क्षेत्र में कार्य करने वाली अनुभवी और प्रोफेशनल संस्थाओं को इस कार्य से जोड़ने की पहल की है।

आज मण्डलायुक्त कार्यालय के सभागार में देश की कई ख्याति प्राप्त संस्थाओं नें अपना प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया। जिसमें दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, बंैग्लुरू, वाराणसी आदि नगरों में विभिन्न बहुमंजिला ईमारतों, लम्बी दीवारों, सड़क के किनारों और पार्कों इत्यादि के आस-पास अलग-अलग थीम पर पेंटिग, म्यूरल्स तथा मूर्तिकारी के द्वारा सजावट की गई है। मण्डलायुक्त डाॅ0 आशीष कुमार गोयल की अध्यक्षता में पेंट माई सिटी योजना के क्रियान्वयन तथा सुझाव आदि के लिए गठित समिति ने चार कम्पनियों का प्रजेंटेशन आज देखा। इस अवसर पर मण्डलायुक्त के साथ जिलाधिकारी श्री सुहास एल0वाई0, मेलाधिकारी श्री विजय किरन आनन्द, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण श्री भानुचन्द्र गोस्वामी, अपर नगर आयुक्त श्रीमती ऋतु सुहास तथा लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग एवं सूचना विभाग के उच्चाधिकारी मौजूद थे।
मण्डलायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि पेंट माई सिटी के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में विभिन्न नगरों के अनुभव को देखते हुए इस क्षेत्र में कार्य करने वाले अनुभवी कला संस्थानों को इसलिए आमंत्रित किया गया है कि इन कला संस्थानों के नेतृत्व एवं पर्यवेक्षण में नगर के ललित कला क्षेत्र के विभिन्न संस्थाओं अन्य शिक्षण संस्थाओं और सामाजिक क्षेत्र की स्वयंसेवी संस्थाओं को जोड़ते हुए पेंट माई सिटी योजना को एक अभियान का रूप दिया जायेगा तथा आगामी तीन चार माह में पूरे नगर को आकर्षक चित्रकारी, मूर्तिकारी और भित्तिचित्रों से सजा दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि आज का यह प्रजेंटेशन इस कार्य के लिए एक ब्रेन स्टारमिंग की तरह है, जिसे आगामी कुछ दिनों में प्रोफेशनल तरीके से प्रयोग में लाया जायेगा। आर्ट इण्डिया फाउंडेशन नाम की संस्था ने अपना प्रजेंटेशन प्रस्तुत करते हुए यह जानकारी दी कि किस प्रकार किसी नगरीय क्षेत्र को उसके मूल रूप में रखते हुए एक वाकिंग आर्ट गैलरी के रूप में परिवर्तित किया जा सकता है। इस दिशा में कम्पनी के प्रतिनिधियों ने दिल्ली में अपने द्वारा विकसित लोधी आर्ट डिस्ट्रिक, हैदराबाद में मक्ता, मुम्बई में माहिम आर्ट डिस्ट्रिक के रूप में बड़ी बिल्डिगों के कैनवास पर अपना आकर्षक कार्य दिखाया।
इसमें दिल्ली पुलिस हेडक्वाटर के भवन की दीवारों को आधार बनाकर महात्मा गांधी का 120 फुट ऊंचा चित्र तथा मुम्बई की एमटीएनएल बिल्डिंग पर फाल्के का चित्र उल्लेखनीय था। इसी प्रकार कलरोथान नामक संस्था ने अपने प्रजेंटेशन में लखनऊ के इन्वेस्टर समिट में दिवारों पर चित्रकारी तथा लोहिया पार्क में किए गए अपने कार्य का प्रदर्शन किया। एक अन्य संस्था कलाकारा ने बंैग्लुरू में किए गए अपने कार्य प्रदर्शित किए। स्टोनरअस्ण ने वाराणसी में अपने द्वारा निर्मित आशापुर पाषाण स्तम्भ और गोदौलिया चैराहे पर नंदी पिलर के रूप में अपना स्टोन वर्क दिखाया।
मण्डलायुक्त ने पीडब्लूडी, एडीए और नगर निगम के अधिकारियों को कहा कि वे सभी इच्छुक संस्थाओं को नगर की 10 प्रमुख सड़के दिखाते हुए कुम्भ क्षेत्र तथा उस आयोजन की विशिष्ताओं के बारे में भी जानकारी दे दे ताकि कम्पनियाँ अगली बार कुम्भ को थीम बनाकर अपनी योजना प्रजेंटेशन के रूप में प्रस्तुत कर सकें।
