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| तस्वीर साभार: PTI/IANS |
नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव से आक्रामक मूड में आए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी युवाओं की बेरोजगारी के मुद्दे पर मौजूदा मोदी सरकार को बार-बार घेर रहे हैं. देश के बाहर बहरीन में भी राहुल गांधी बेरोजगारी के मसले पर मौजूदा सरकर के विफल होने का आरोप लगा रहे हैं.
ऐसे में स्वभाविक है कि राहुल गांधी और कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बेरोजगारी के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. अंग्रेजी अखबार इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट को माने तो पीएम मोदी ने कांग्रेस के इस नहला दांव पर दहला चाल चलने की तैयारी कर ली है. 2014 के लोकसभा चुनाव में एक करोड़ नौकरियां देने का वादा कर बीजेपी सत्ता में आई थी. बीजेपी अपने इस वादे को पूरा करने के लिए इस बार के बजट में नौकरियों का पिटारा खोलने की तैयारी में है.
हालिया वर्षों में बेरोजगारी का स्तर सबसे अधिक
अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी सरकार के सामने रोजगार के वादे को पूरा करने के लिए बजट 2018-2019 सुनहरा मौका है. राहुल गांधी ने सोमवार को बहरीन में बसे भारतीय मूल के लोगों से कहा कि पिछले 8 साल में रोजगार देने की गति सबसे कम है. श्रम मंत्रालय की रिपेार्ट में भी कहा गया है कि 2015 में 135,000, 2014 में 421,000 और 2013 में 419,000 में नई नौकरियों के अवसर पैदा हुए थे. लेबर ब्यूरो की सर्वे रिपोर्ट में भी पिछले 5 साल में बेरोजगारी दर सबसे अधिक होने की बात कही गई है. 2016 में 5%, 2015 में 4.9% और 2014 में 4.7 फीसदी रही.
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