भ्रष्ट्राचार में लिप्त रामनगर,बाराबंकी पुलिस,सुनें वायरल हो रहा ऑडियो


शांती स्वरूप तिवारी।
बाराबंकी। अगर कोई हत्या या कोई कांड हो जाय तो उसकी तफ़सीस या साक्ष्य निकलने का जिम्मा पुलिस पर होता है वो पुलिस जिसको हम आम जनता और कानून का रक्षक माना जाता है लेकिन उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के थाना रामनगर की पुलिस को शायद हत्याकांड का साक्ष्य आकाशवाणी या किसी गुप्त विद्या से अपने आप आते हैं।

आपको बताते चलें कि अभी कुछ दिन पहले ही एक चर्चित सुधीर दीक्षित (रिंकू) हत्याकांड हुआ था जिसमें उन्ही के गांव सिहामऊ के संतोष दिक्सित (प्रधान प्रतिनिधि),दिलेराम यादव ,राहुल मिश्र, व राहुल के ससुर अवधसरण इन 4लोगों ने मिलकर बड़ी बेदर्दी से हत्या कर लाश गांव से तकरीबन 50 KM दूर घाघरा नदी में फेंक दिया था बहुत कोशिश और शिफारिश के बाद पुलिस ने आरोपी बनाकर जेल भेजी थी अब लगभग 4महीने बाद उनमें से 3 लोग हाइकोर्ट से जमानत पर रिहा होकर आए हैं , आते ही हत्यारोपी पीड़ित परिवार के घर मे लूट-पाट की धमकाया की अगर ज्यादा इधर उधर पैरवी किये तो पूरे परिवार को खत्म कर देंगे पीड़ित परिवार ने 100 नंबर पर काल कर पुलिस से मदद मांगी मदद के नाम पर उन्हें थाने बुलाया गया और गाली गलौज देकर थाने से भगा दिया गया बगैर कोई प्रार्थमिकता दर्ज किए ।

अब जब पीड़ित ने मीडिया से मदद की गुहार लगाई तो एक पत्रकार ने फ़ोन पर थानाध्यक्ष रामनगर लालता प्रसाद साहू जी से बात की जिसमे उन्होंने साफ साफ हत्यारोपी का पक्ष लेते हुए कहा कि " इस मुकदमे में कोई ठोस साक्ष्य नही था हमने ने सर्विलांस व काफी इलेक्ट्रानिक मीडिया को जोड़ गांठ कर हमने उन्हें मुलजिम बनाया था, अभी ये भी क्लियर नही की  लाश उसी की थी "

अब इसमें कई सवाल उठते हैं  :-
किसी कांड में साक्ष्य निकालने की जिम्मेदारी किसकी? अगर पुलिस कोई ठोस साक्ष्य किसी कांड में नही निकाल पाती तो उसकी जिम्मेदारी किसकी? थानाध्यक्ष के बयान से ही पता चलता है कि वो अपना ईमान बेच चुके हैं, और एक मुल्ज़िम को बचाना चाहते हैं और पीड़ित को इस दुनिया से ही हटा देना चाहते हैं। थानाध्यक्ष महोदय ऑडियो में कह रहे हैं कि पीड़ित परिवार उनको पैसे दे रही थी आरोपी को फसाने के लिए इस बदतमीज़ थानेदार को शर्म नही आ रही कि एक पीड़ित को न्याय तो दिलवा नही पा रहे एक दुखियारी माँ को जो दर-दर की ठोकर खा रही है न्याय के लिए । जो दाने दाने के लिए मोहताज़ है वो पुलिस को पैसे देगी वाह क्या अच्छा मज़ाक बना रही एक पीड़ित का ये रक्षक से भक्षक बनी ये रामनगर पुलिस।। ऐसे में सवाल उठता है कि पीड़ित किस से मदद की गुहार लगाई किसके पास जाकर अपना जान और माल की रक्षा का गुहार लगाए..?

वायरल आडियो क्लिप कवरेज इण्डिया के पास सुरक्षित है।

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