बाल गोविन्द वर्मा।सिरौलीगौसपुर, बाराबंकी।
ग्राम प्रधान की मिलीभगत से चकबंदी अधिकारियो ने बंजर और रास्ते की भूमि की श्रेणी बदल कर कब्रिस्तान मे मिला दिया है, जिससे ग्रामीणो मे रोष ब्याप्त है।
मामला तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत मरकामऊ का है, जंहा के पूर्व प्रधान आनन्द शंकर गुप्ता सहित सैकडो ग्रामीणो ने जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी से मिलकर शिकायती प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि मरकामऊ की चकबंदी चल रही है, जिसमें चकबदी कर्ताओ से ग्राम प्रधान ने मिलीभगत करके बजंर भूमि गाटा संख्या 791 व 793 बजंर खाता तथा रास्ता भूमि गाटा संख्या 792 की श्रेणी बदल कर कब्रिस्तान मे मिला दिया है। जबकि श्रेणी बदलने का अधिकार चकबंदी अधिकारियो के पास नही होता है। इस गांव मे 35% मुस्लिम और 65 % आबादी हिंदुओं की है। हिन्दुओं के शमशान का बहुत कम रक्बा सुरक्षित किया गया है। एक वर्ग के लोग रास्ते की भूमि 792 पर कब्रिस्तान बनाने का प्रयास कर रहे है जिसके चलते गांव मे तनाव ब्याप्त है। यदि समय से चकबंदी व राजस्व प्रशासन ने रास्ते व बजंर भूमि की चेन्ज की श्रेणी बदलवा कर पूर्व की वास्तविक स्थित मे उपरोक्त भूमि को नही किया तो गांव मे भारी बिवाद हो सकता है । विदित रहे कि इस मामले को लेकर दोनो पक्षो के खिलाफ शांति भंग की धाराओ मे मुकदमा भी दर्ज किया जा चुका है ।
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