नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक की एक गोशाला में दो सौ से ज्यादा गायों की मौत हो गई है। राजपुर गांव के ग्रामीणों ने इलाके के SDM को शिकायत करके बताया है कि मृत गायों को गांव के एक सुनसान इलाके में दफना दिया गया है। गांव के सरपंच सेवाराम साहू ने कहा कि भूखमरी के चलते 200 से ज्यादा गायों की मौत हुई है।
भाजपा नेता चलाते हैं गोशाला
सूत्रों की मानें तो इन गायों की मौत भूख के चलते हुई है। वहीं दुर्ग के धमधा ब्लॉक के राजपुर क्षेत्र में बीते दो दिनो में 150 से अधिक गायों की मौत होने की खबर से सियासी हलचल तेज हो चली है। सूचना के मुताबिक गोशाला के व्यवस्थापकों ने घटना को दबाने के लिए आनन-फानन में मृत गायों को दफना दिया। बता दें कि इस गौशाला के बाहर गेट में भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह यानी कमल का फूल बना हुआ है। जिसके बाद पूछताछ में सामने आया कि गौशाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कोई और नहीं बल्कि जामुल नगर पालिका के उपाध्यक्ष हरीश वर्मा हैं। हरीश भाजपा के नेता हैं। इस घटना की जानकारी छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आरपी सिंह ने दी है।
रमन सिंह ने जताई चिंता, कांग्रेस ने की गिनती की मांग
कांग्रेस ने उन गायों की गिनती करवाने की मांग की है जिनकी मौत हुई और जिन्हें बिना जानकारी के गौशाला संचालकों ने खाली खेतों में दफना दिया। राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने इलाके में स्थिति गौशालाओं का जायजा लेने का निर्देश दिया है।
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