
नई दिल्ली प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान, उनकी पत्नी गौरी खान और बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री जूही चावला को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। ईडी ने कारण बताओ नोटिस को फेमा के नियम 4(1) के तहत दिया है।
ईडी के अनुसार, शाहरुख खान ने 2008 में आईपीएल टीम को एक अलग कंपनी कोलकाता नाइट राइडर्स प्राइवेट लिमिटेड बनाई थी। जिसको उन्होंने अपनी कंपनी रेड चिलीज इंटरटेनमेंट में से बनाया था। इस कंपनी में उनकी पत्नी गौरी खान डायरेक्टर थीं। उस समय सभी शेयर उनके नाम पर थे लेकिन टीम की सफलता के बाद लगभग दो करोड़ नए शेयर लाए गए जिनमें से करीब 40 लाख शेयरों को जूही चावला को दस रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बेच दिया था।
ईडी के अनुसार, शाहरुख खान ने 2008 में आईपीएल टीम को एक अलग कंपनी कोलकाता नाइट राइडर्स प्राइवेट लिमिटेड बनाई थी। जिसको उन्होंने अपनी कंपनी रेड चिलीज इंटरटेनमेंट में से बनाया था। इस कंपनी में उनकी पत्नी गौरी खान डायरेक्टर थीं। उस समय सभी शेयर उनके नाम पर थे लेकिन टीम की सफलता के बाद लगभग दो करोड़ नए शेयर लाए गए जिनमें से करीब 40 लाख शेयरों को जूही चावला को दस रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बेच दिया था।
ईडी की प्रेस रिलीज में कहा है कि उसने आईपीएल में 73 करोड़ रुपये के फेमा प्रावधानों के उल्लंघन के मामले में शाहरुख खान और जूही चावला को नोटिस जारी किए। ऐसा बताया गया था कि इन शेयरों की कीमत 86 से 90 रुपये के बीच थी। लेकिन जब जूही ने शेयर बेचे तो उनको करीब 73 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा का नुकसान हुआ।
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