सुल्तानपुर से संतोष पांडेय की रिपोर्ट।
सुल्तानपुर. अकसर गाँव की छोटी-मझौली दुकानों पर कम दाम में ज़्यादा मिलने वाले सामान की लालसा में बच्चे उन्हीं दुकानों पर भीड़ लगाते हैं। जौनपुर जनपद के सरपतहा थाना क्षेत्र के भैंसौली गाँव में भी कुछ ऐसा ही हुआ। गाँव के 3-4 बच्चों दुकान से चूरन की गोलियाँ खरीद कर आपस में मिल बांटकर खाया। नतीजा ये हुआ के इन बच्चों को चूरन का मज़ा महंगा पड़ा। एक मासूम की इसमें मौत हो गई जबकि महिला समेत 5 सीरियस हैं। *ये है पूरा मामला*
जौनपुर जनपद के सरपतहा थाना क्षेत्र के भैंसौली गाँव से जुड़ा ये हादसा है जो दरपेश आया है।
सरपतहा गाँव बलिया-लखनऊ राजमार्ग पर सुल्तानपुर के बार्डर पर बसा है।
यहां आज देर शाम रिया वर्मा,
अंशु वर्मा और ख़ुशी वर्मा गाँव के एक दुकान पर पहुँचे।
जहाँ पैसे देकर उन्होंने चूरन की गोलियां खरीदी आपस में मिल बांटकर खाया।
इस बीच घर में मौजूद अरविंद वर्मा की पत्नी लक्ष्मी वर्मा ने चूरन की ये गोली खुद भी खाई और 3 वर्ष के मासूम अनुभव को भी खिला दिया।
डाक्टरों के मुताबिक़ हालत सीरियस
वक्ती तौर पर बच्चों से लेकर इस महिला तक को इन चूरन की गोलियों का स्वाद मिला लेकिन यही गोलियां बड़ी बीमारी का कारण बन गई।
जहाँ सभी की हालत बिगड़ गई अस्पताल पहुँचते-पहुँचते जहाँ अनुभव 3 की मौत हो गई।
वहीं महिला लक्ष्मी वर्मा के साथ सभी बच्चों का जिला अस्पताल में इलाज जारी है।
डाक्टरों के अनुसार इनकी हालत भी सीरियस है।
जानें क्या कहते हैं डाक्टर
इस बावत जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में ड्यूटी कर रहे ईएमओ ने बताया के बच्चों ने चूरन की जिन गोलियों का इस्तेमाल किया है उसमें केमिकल की मात्रा अधिक होने के कारण ये हादसा पेश आ सकता है।
फिलहाल अब ये मामला जाँच का है।
उन्होंने कहा के ऐसे किसी भी केमिकल युक्त सस्ते सामानो से बच्चों को बचाना चाहिए।
पुलिस टीम भी जुटी जाँच में
वहीं अब इस पूरे मामले में पुलिस ने भी गहन जाँच पड़ताल शुरु कर दिया है।
पुलिस के ज़िम्मेदार अधिकारी ने कहा की टीम लगाई जा रही है।
कहा से इसका परचेज़ किया गया।
वैसे पूरी सच्चाई का पता तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही लग सकेगा।
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