दिव्य अमृत प्रवचन धारा में भक्त जन हुए आनंदित


मुंबई: सत्संग के प्रथम दिन ही भक्तो के ताता लगे,कांदिवली वेस्ट भावरेकर नगर में आयोजित दिव्य अमृत प्रवचन धारा में ,अहमदाबाद गुरुकुल से आये वशिष्ठ जी महराज ने,यहाँ भक्तो औरअपने शिष्यो के मध्य भक्ति की सरिता बहा दी,सुख और दुःख के प्रश्न पर महराज जी ने जो बात कही वो एक अनूठी बात लगी,उन्होंने कहा की सुख तो हमेशा उपलब्ध है,इसे ढूढ़ने कहा जा रहे हो,दुःख का कोई प्रश्न नहीं परिस्थियों की सुचना मन को देकर अवसाद ग्रस्त होना यदि दुःख है,तो उन सभी परिस्थितियों की वास्तविकता जानकर आप सुखी हो सकते है,वास्तव में समझदारी में ही सुख है,ऐसे ही अनेको प्रसंगों पर अत्यंत उत्तम और सहज बात महराज श्री ने कही!



यहाँ 31 जनवरी तक महराज श्री की यह कथा है,1को महराज श्री पुनः अहमदाबाद में होंगे,वहा भी अथ श्री कथा नामक प्रोग्राम एक टीवी चैनल पर महराज श्री का कार्यक्रम आने वाला है ,जिसे करोडो दर्शक देख कर लाभ प्राप्त करेंगे,इस पुनीत अवसर पर रामकुमार चौरसिया,जी अवधेस सोनी,पंडित वीरेंद्र पाण्डेय,हरहरमहादेव जी,पंडित ,बृजेश जी,संदीप जी,राजकुमार शर्मा जी,व अन्य अनेक सहयोगी उपस्थित रहे महराज जी के साथ वाद्य के साथ मृत्युंजय दुबे,जी सहयोग किये,आप सब भी पहुचकर अपने जीवन को कृतार्थ करें!!

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