
कानपुर। कानपुर देहात के रूरा स्टेशन पर हुए रेल हादसे के करीब 3 घंटे बाद इटावा में भी एक बड़ा रेल हादसा होने से बच गया। इटावा-बटेश्वर रेल रूट पर बुधवार सुबह करीब 8.45 पर पछायगांव के बार आगरा से आ रही ईएमयू ट्रेन से स्कूली बच्चों को लेने जा रही टाटा मैजिक टकरा गई। भीषण टक्कर में मैजिक के परखचे उड़ गए।
मानव रहित क्रॉसिंग नारायणपुर पर हुए इस हादसे के दौरान टाटा मैजिक के चालक की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर स्थानीय पुलिस और इलाकाई लोग पहुंच गए। पुलिस ने चालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मानव रहित क्रॉसिंग नारायणपुर पर हुए इस हादसे के दौरान टाटा मैजिक के चालक की मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर स्थानीय पुलिस और इलाकाई लोग पहुंच गए। पुलिस ने चालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अटल जी के प्रयासों से 17 साल बाद चली थी ट्रेन
इटावा देश के पूर्व प्रधान मंत्री अटल विहारी वाजपेई का जो सपना था कि आगरा बटेश्वर से होकर ट्रेन चलना चाहिए। यह विचार इसलिए और था की वर्षों पूर्व अंग्रेजी हुकुमत में आगरा से बाह तक रेलवे लाइन थी और ट्रेन चलती थी फतेहाबाद और बाह के बीच में अन्नोटा का पुल रेलवे पुल था जो आज भी है। 17 साल के बाद 24 दिसंबर 2015 को अटल जी का सपना पुरा हुआ था।
इस रेल लाइन पर पहली बार यात्री ट्रेन चलाने के लिए बटेश्वर रेलवे स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया गया था। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा एवं पूर्व माननीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री प्रो. रामशंकर कठेरिया ने आगरा, इटावा, बटेश्वर के रास्ते नवनिर्मित रेल लाइन पर डेमू यात्री सवारी गाड़ी का बटेश्वर हाल्ट पर शुभारंभ किया था।
इस रेल लाइन पर पहली बार यात्री ट्रेन चलाने के लिए बटेश्वर रेलवे स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया गया था। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा एवं पूर्व माननीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री प्रो. रामशंकर कठेरिया ने आगरा, इटावा, बटेश्वर के रास्ते नवनिर्मित रेल लाइन पर डेमू यात्री सवारी गाड़ी का बटेश्वर हाल्ट पर शुभारंभ किया था।
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