
यह है योजना : भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकार (यूआईडीएआई) की योजना आधार के जरिए बायोमैट्रिक प्रमाणन क्षमता को बढ़ाकर 40 करोड़ प्रतिदिन करना है ताकि नकदीविहीन समाज के लक्ष्य को हासिल करने में इस प्लेटफार्म के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा सके।
प्राधिकार के मुख्य कार्याधिकारी अजय भूषण पांडे ने बताया कि हम लेनदेन के इस तरीके के बारे में लोगों के बीच जागरुकता फैलाएंगे। हम अपनी मौजूदा 10 करोड़ प्रमाणन क्षमता को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं।
केंद्र सरकार नकदी रहित लेनदेन को बढ़ावा देने तथा नकदी में सौदों को हतोत्साहित करने की दिशा में काम कर रही है। -अमिताभ कांत
मोबाइल एप पर काम
सरकार एक मोबाइल फोन एप बनाने पर काम कर रही है। इसका इस्तेमाल करते हुए दुकानदार और कारोबारी आधार आधारित भुगतान हासिल कर सकेंगे। सरकार इसके लिए आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) विकसित कर रही है। इस तरह से वे क्रेडिट या डेबिट कार्ड, पिन व पासवर्ड की प्रक्रिया से बच जाएंगे। इस एप में हैंडसेट का प्रयोग आधार आधारित भुगतान करने में ग्राहक की बायोमेट्रिक जानकारी का प्रमाणन करने में किया जाएगा।
ऐसे काम होगा
यह लेनदेन मोबाइल एप के जरिए होगा। इसके लिए एंड्रॉयड मोबाइल हैंडसेट्स में आइरिस या अंगूठा प्रमाणन की सुविधा होगी। पैसा उपभोक्ता के बैंक अकाउंट से कारोबारी या दुकानदार के अकाउंट में सीधे चला जाएगा। आधार से जुड़े लेनदेन कार्ड और पिनरहित होंगे।
आधार क्यों जरूरी
आधार संख्या प्रत्येक व्यक्ति की जीवनभर की पहचान
आधार संख्या से आपको र्बैंंकग, मोबाइल फोन कनेक्शन और सरकारी व गैर-सरकारी सेवाओं की सुविधाओं में
आधार संख्या से आपको र्बैंंकग, मोबाइल फोन कनेक्शन और सरकारी व गैर-सरकारी सेवाओं की सुविधाओं में
पहला कार्ड
29 सितंबर 2010 को प्राधिकरण ने देश में पहला आधार कार्ड जारी किया था।
29 सितंबर 2010 को प्राधिकरण ने देश में पहला आधार कार्ड जारी किया था।
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