लखनऊ: प्रदेश की सत्ता पर काबिज समाजवादी परिवार में कुछ दिनों से थमा 'महासंग्राम' टिकट बंटवारे पर फिर मुखर हो सकता है। इससे नये दावेदारों, विधायकों और कुछ मंत्रियों में भी सियासी भविष्य को लेकर बेचैनी फैल रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि 'इम्तहान मेरा है, टिकट बंटवारे का अधिकार भी मुझे चाहिए'। वह यहां तक कह गये थे कि 'नेताजी चाहें तो सब कुछ ले लें मगर टिकट बांटने का हक नहीं लें'।
मगर, सोमवार को शिवपाल ने कहा कि 165 टिकट फाइनल कर दिये हैं। मौजूदा विधायकों के बारे में विचार चल रहा है। इन परिस्थितियों में उन विधायकों में ज्यादा बेचैनी है, जिन्हें संगठन, शीर्ष नेतृत्व से ज्यादा एक राष्ट्रीय महासचिव करीबी कहा जाता है। सूत्रों का कहना है अखिलेश-शिवपाल के बीच मतभेद 'बाहरी' दखल से गहराया। सूत्रों का कहना है कि अब अगर मुलायम सिंह यादव ने समय रहते दखल नहीं दिया तो ठंडा हो गया महासंग्राम फिर शुरू होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
Tags:
lucknow